पांवटा साहिब: उपमंडल पांवटा के शिलाई में नशा माफियाओं ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. प्रदेश सहित जिला में बढ़ रहे नशे के काले कारोबार से युवा पीढ़ी नशे की चपेट में आती नजर आ रही है. सिरमौर जिला के पांवटा और शिलाई में नशे के कारण युवा चोरियों की वारदातों को भी अंजाम देने पर उतारू हो गए हैं.
आम लोगों का कहना है कि प्रशासन नशे को लेकर कोई भी पुख्ता इंतजाम नहीं कर रहा है. लोगों को नशा मुक्त करने की जानकारियां दी जा रही है, लेकिन प्रशासन ऐसी जगह पर लोगों को जागरुक कर रहा है, जहां नशा करने वालों की तादाद बहुत कम है.
बता दें कि प्रदेश में युवा के बाद बच्चों पर भी नशे का असर पड़ रहा है. युवा पीढ़ियों के नशे की गिरफ्त में आते देख क्षेत्र के लोगों ने बताया कि एसडीएम के माध्यम से शिलाई क्षेत्र में दो नशा मुक्त आयोजन करवाए गए थे, लेकिन सबसे ज्यादा नशा सतौन कफोटा टिम्बी तिलोरधार बाजारों में सबसे ज्यादा बिक रहा है और अधिकारी उन गांव में नशा मुक्त आयोजन करवा रहे हैं जहां पर इसका कोई फायदा नहीं है. शिलाई के लोगों का कहना है कि नशे के कारण कई युवा अपनी जान भी गंवा चुके हैं लेकिन प्रशासन फिर भी नशे को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं कर रहा है.
खाद्य आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर का कहना है कि प्रदेश सरकार नशे के विषय में काफी गंभीर है. नशा माफियाओं को नष्ट करने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा शिलाई में पुलिस को सख्त आदेश दिए जाएंगे की नशा माफियाओं पर शिकंजा कसा जाए.
नशे को लेकर उपायुक्त सिरमौर डॉ. राज कृष्ण परुथी ने कहा कि पंचायत स्तर पर कमेटियों का आयोजन भी किया जा रहा है. पांवटा पुलिस पिछले 1 महीने से लगातार नशे के सौदागर को पकड़ने में भी कामयाबी हासिल कर रही है नशा के सौदागर सलाखों के पीछे भेजे गए हैं. पंचायत स्तर पर छोटी-छोटी कमेटियों का आयोजन भी किया जा रहा है. पांवटा में पुलिस ने पिछले एक महीने से लगातार नशे के सौदागर को पकड़ने में भी कामयाबी हासिल की है.