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दिव्यांगों की पहचान के लिए तैयार होगा डाटा बैंक, आत्म निर्भर बनाना है उद्देश्य: DC सिरमौर - district administration sirmour

डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए हमारी जिम्मेदारी ज्यादा बनती है, ताकि ये लोग भी अन्य लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सके. संबंधित विभाग को इस बारे में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं कि सभी श्रेणी के दिव्यांगजनों को लेकर पूरे जिला में दोबारा से सर्वे किया जाए, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके.

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Published : Sep 17, 2020, 3:48 PM IST

नाहन: दिव्यांग वर्ग को समाज की मुख्यधारा में लाने व उन्हें समाज से जोड़ने को लेकर सरकार प्रयासरत है. इसी कड़ी में अब जिला सिरमौर में सभी श्रेणी के दिव्यांग लोगों की पहचान सर्वे से करवाकर उनका एक डाटा बैंक बनाया जाएगा, ताकि इसके माध्यम से दिव्यांगजनों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के निपटारे के साथ-साथ उन्हें सरकारी योजनाओं से भी जोड़ा जा सके.

दरअसल सिरमौर प्रशासन जिला में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहयोग से पूरे जिला में दिव्यांगों का सर्वे दोबारा करेगा और इनका एक डाटा बेस तैयार किया जाएगा. डीसी सिरमौर के मुताबिक इसका उद्देश्य दिव्यांग जनों को समाज की मुख्य धारा में लाना व और उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ना है.

वीडियो.

डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए हमारी जिम्मेदारी ज्यादा बनती है, ताकि ये लोग भी अन्य लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सके और अपने पांव पर खड़े हो सकें.

डीसी सिरमौर ने बताया कि संबंधित विभाग को इस बारे में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं कि सभी श्रेणी के दिव्यांगजनों को लेकर पूरे जिला में दोबारा से सर्वे किया जाए, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके.

जिला प्रशासन के सहयोग से आस्था वेलेफेयर सोसायटी के माध्यम से नाहन में एक कैफे खोला है, जिसमें दिव्यांगजन कार्य कर रहे हैं, ताकि इन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके. उन्होंने बताया कि डाटा बैंक बनाने का उद्देश्य यह भी है कि दिव्यांगनों को सरकारी योजनाओं का भी लाभ मिल सके, ताकि समाज के अन्य वर्गों के साथ ये भी अपना योगदान दे सकें.

पढ़ें: नाहन में आधुनिक सुविधा से लैस शौचालय का करवाया जा रहा निर्माण, मिलेंगी ये सुविधाएं

नाहन: दिव्यांग वर्ग को समाज की मुख्यधारा में लाने व उन्हें समाज से जोड़ने को लेकर सरकार प्रयासरत है. इसी कड़ी में अब जिला सिरमौर में सभी श्रेणी के दिव्यांग लोगों की पहचान सर्वे से करवाकर उनका एक डाटा बैंक बनाया जाएगा, ताकि इसके माध्यम से दिव्यांगजनों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के निपटारे के साथ-साथ उन्हें सरकारी योजनाओं से भी जोड़ा जा सके.

दरअसल सिरमौर प्रशासन जिला में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहयोग से पूरे जिला में दिव्यांगों का सर्वे दोबारा करेगा और इनका एक डाटा बेस तैयार किया जाएगा. डीसी सिरमौर के मुताबिक इसका उद्देश्य दिव्यांग जनों को समाज की मुख्य धारा में लाना व और उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ना है.

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डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए हमारी जिम्मेदारी ज्यादा बनती है, ताकि ये लोग भी अन्य लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल सके और अपने पांव पर खड़े हो सकें.

डीसी सिरमौर ने बताया कि संबंधित विभाग को इस बारे में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं कि सभी श्रेणी के दिव्यांगजनों को लेकर पूरे जिला में दोबारा से सर्वे किया जाए, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके.

जिला प्रशासन के सहयोग से आस्था वेलेफेयर सोसायटी के माध्यम से नाहन में एक कैफे खोला है, जिसमें दिव्यांगजन कार्य कर रहे हैं, ताकि इन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सके. उन्होंने बताया कि डाटा बैंक बनाने का उद्देश्य यह भी है कि दिव्यांगनों को सरकारी योजनाओं का भी लाभ मिल सके, ताकि समाज के अन्य वर्गों के साथ ये भी अपना योगदान दे सकें.

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