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टेक्नोमैक का MD बिजली बिल गड़बड़झाले में भी भगोड़ा घोषित, कोर्ट ने जारी किया ओपन वॉरंट

6000 करोड़ का घोटाला करने वाली इंडियन टेक्नोमैक कंपनी ने बिजली बोर्ड के साथ 1 वर्ष के बिजली बिल में फर्जी आरटीजीएस किया था. आरोपी एमडी के खिलाफ ओपन डेटेड वॉरंट भी जारी किया गया है.

टेक्नोमैक का MD बिजली बिल गड़बड़झाले में भी भगोड़ा घोषित, कोर्ट ने जारी किया ओपन वॉरंट
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Published : Aug 29, 2019, 8:01 PM IST

Updated : Aug 29, 2019, 9:14 PM IST

नाहन: बहुचर्चित इंडियन टेक्नोमैक घोटाले का मुख्य आरोपी और कंपनी के एमडी राकेश शर्मा को बिजली बिल से संबंधित फर्जी आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) मामले में भी भगोड़ा घोषित किया गया है.

फर्जी आरटीजीएस मामले की सुनवाई करते हुए नाहन की विशेष अदालत के न्यायधीश जसवंत सिंह ने सीआईडी के आग्रह पर कंपनी के मालिक व प्रबंध निदेशक राकेश शर्मा को उद्घोषित अपराधी करार दिया है. आरोपी एमडी के खिलाफ ओपन डेटेड वॉरंट भी जारी किया गया है.

कंपनी के एमडी राकेश शर्मा को कभी भी किसी भी समय गिरफ्तार किया जा सकता है. मामले में टेक्नोमैक कंपनी का मुख्य आरोपी अभी अंडर ग्राउंड है.

बता दें कि 6000 करोड़ का घोटाला करने वाली इंडियन टेक्नोमैक कंपनी ने बिजली बोर्ड के साथ 1 वर्ष के बिजली बिल में फर्जी आरटीजीएस किया था. इसका खुलासा तब हुआ जब आबकारी एवं कराधान विभाग की टीम ने इंडियन टेक्नॉमैक कंपनी को 2100 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी के मामले में सीज किया था.

ये भी पढे़ं: Viral Video: अधिकारी न मिलने पर नेताजी का पारा पहुंचा सातवें आसमान, फोन पर कर्मचारी को देने लगे धमकी

उप जिला न्यायवादी एकलव्य ने बताया कि 27 अगस्त की सुनवाई में विशेष अदालत ने फर्जी आरटीजीएस मामले में मुख्य आरोपी राकेश शर्मा को उद्घोषित अपराधी घोषित किया है. अब 16 सितंबर को विशेष अदालत में आबकारी एवं कराधान विभाग के टैक्स चोरी मामले की सुनवाई होगी. बता दें कि अब तक सीआईडी इस मामले में 19 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.

नाहन: बहुचर्चित इंडियन टेक्नोमैक घोटाले का मुख्य आरोपी और कंपनी के एमडी राकेश शर्मा को बिजली बिल से संबंधित फर्जी आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) मामले में भी भगोड़ा घोषित किया गया है.

फर्जी आरटीजीएस मामले की सुनवाई करते हुए नाहन की विशेष अदालत के न्यायधीश जसवंत सिंह ने सीआईडी के आग्रह पर कंपनी के मालिक व प्रबंध निदेशक राकेश शर्मा को उद्घोषित अपराधी करार दिया है. आरोपी एमडी के खिलाफ ओपन डेटेड वॉरंट भी जारी किया गया है.

कंपनी के एमडी राकेश शर्मा को कभी भी किसी भी समय गिरफ्तार किया जा सकता है. मामले में टेक्नोमैक कंपनी का मुख्य आरोपी अभी अंडर ग्राउंड है.

बता दें कि 6000 करोड़ का घोटाला करने वाली इंडियन टेक्नोमैक कंपनी ने बिजली बोर्ड के साथ 1 वर्ष के बिजली बिल में फर्जी आरटीजीएस किया था. इसका खुलासा तब हुआ जब आबकारी एवं कराधान विभाग की टीम ने इंडियन टेक्नॉमैक कंपनी को 2100 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी के मामले में सीज किया था.

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उप जिला न्यायवादी एकलव्य ने बताया कि 27 अगस्त की सुनवाई में विशेष अदालत ने फर्जी आरटीजीएस मामले में मुख्य आरोपी राकेश शर्मा को उद्घोषित अपराधी घोषित किया है. अब 16 सितंबर को विशेष अदालत में आबकारी एवं कराधान विभाग के टैक्स चोरी मामले की सुनवाई होगी. बता दें कि अब तक सीआईडी इस मामले में 19 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.

Intro:-बिजली गड़बड़झाले में भी भगोड़ा घोषित, ओपन डेटेड वारंट के जरिये अब कभी हो भी हो सकती है गिरफतारी
नाहन। प्रदेश के बहुचर्चित महाघोटाले में संलिप्त इंडियन टेक्नोमेके कंपनी के एसडी राकेश शर्मा को अदालत ने उद्घोषित अपराधी घोषित कर दिया है। नाहन की विशेष अदालत में पांवटा साहिब के माजरा में स्थित इंडियन टेक्नॉमैक कंपनी द्वारा बिजली बोर्ड के साथ किए गए पांच करोड़ के फर्जी आरटीजीएस मामले में सुनवाई हुई।
Body:मामले की सुनवाई करते हुए नाहन की विशेष अदालत के न्यायधीश जसवंत सिंह ने सीआईडी के आग्रह पर कंपनी के मालिक व प्रबंध निदेशक राकेश शर्मा को उद् घोषित अपराधी घोषित कर दिया। साथ ही ओपन डेटेड वारंट भी जारी किया। अब इस वारंट के तहत राकेश शर्मा को कभी भी कहीं भी गिरफ्तार किया जा सकता है। पहले जारी किए गए वारंट सीमित अवधि के थे, जोकि समाप्त हो जाते थे। मगर ओपन डेटेड वारंट जब तक राकेश शर्मा गिरफ्तार नहीं होगा, तब तक वैद्य रहेगा। बता दें कि 6000 करोड़ का घोटाला करने वाली इंडियन टेक्नॉमैक कंपनी ने बिजली बोर्ड के साथ 1 वर्ष के बिजली बिल में फर्जी आरटीजीएस किया था। इसका खुलासा तब हुआ जब आबकारी एवं कराधान विभाग की टीम ने इंडियन टेक्नॉमैक कंपनी को 2100 करोड रुपए की टैक्स चोरी के मामले में सीज किया था। इसके बाद बिजली बोर्ड ने अलग से मामले में एफआईआर करवाई थी कि इंडियन टेक्नॉमैक कंपनी ने बिजली बोर्ड को फर्जी आरटीजीएस के तहत 5 करोड़ की चपत लगाई है। इंडियन टेक्नॉमेक कंपनी के कर चोरी के मामले में सीआईडी व प्रवर्तन निदेशालय अलग-अलग जांच कर रहे हैं। आबकारी एवं कराधान विभाग के टैक्स चोरी के मामले की सुनवाई 16 सितंबर को होनी है। बता दें कि अब तक सीआईडी इस मामले में 19 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इंडियन टेक्नॉमेक कंपनी के एमडी राकेश शर्मा को उद् घोषित अपराधी घोषित करने की पुष्टि उप जिला न्यायवादी एकलव्य ने की है।Conclusion:
Last Updated : Aug 29, 2019, 9:14 PM IST
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