नाहन: प्रदेश की सबसे बड़ी जेलों में शुमार सेंट्रल जेल नाहन में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग संक्रमण से बचाव को लेकर हर संभव कदम उठा रहा है. जेल परिसर में ही संक्रमित कैदियों का आइसोलेशन बैरक में उपचार चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने जहां एक टीम जेल परिसर में ही तैनात की हुई है, वहीं सुबह-शाम भी एक टीम पूरी मानिटरिंग कर रही है.
दरअसल स्वास्थ्य विभाग द्वारा नाहन जेल में अब तक 400 के करीब सैंपलिंग की जा चुकी है. नाहन जेल से अब तक 56 कैदी संक्रमित मिल चुके हैं. जबकि शेष 9 स्टाफ से संबंधित लोग है. कुल 65 कोरोना पॉजिटिव के मामले अब तक नाहन जेल से सामने आ चुके हैं. 100 के करीब अभी सैंपलिंग होना बाकी है, जिसके आज गुरूवार तक पूरा होने की उम्मीद है.
संक्रमित कैदियों में एक कैदी को शिमला भी रेफर किया गया है. संक्रमित कैदियों के उपचार हेतू स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए है.सिरमौर जिला के सीएमओ डॉ. केके पराशर ने बताया कि वर्तमान में सेंट्रल जेल नाहन में कैदियों की संख्या 500 के करीब है, जिसमें से अभी तक 400 की सैंपलिंग की जा चुकी है.
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जेल में कैदियों के लिए अलग से आइसोलेशन बैरक की व्यवस्था की गई है. संक्रमित कैदियों के उपचार हेतू जेल में एक डाक्टर व दो फार्मासिस्ट तैनात किए गए हैं. साथ ही स्वास्थ्य विभाग की एक टीम लगातार विजिट भी कर रही है. सैंपलिंग की प्रक्रिया भी चल रही है. शेष सैंपल लगभग आज पूरे होने की उम्मीद है.
सीएमओ ने बताया कि कैदियों को एक विशेष चार्ट भी उपलब्ध करवाया गया है. साथ ही सुबह-शाम मानिटरिंग भी की जा रही है. पूरी निगरानी संक्रमित कैदियों पर रखी जा रही है. यदि किसी संक्रमित को दिक्कत आती है, तो उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज नाहन के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करवाने की व्यवस्था भी की गई है.
सीएमओ ने बताया कि जेल के साथ ही 2 बैरक में संक्रमित व्यक्तियों को रखा गया है. कुल मिलाकर सेंट्रल जेल नाहन में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसकी रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरे प्रयास कर रहा है.