पांवटा साहिब : सिरमौर जिला के पांवटा साहिब के तिलोरधार से छीतली गांव की सड़क पर वाहन चलाना किसी खतरे से कम नहीं. सड़क की हालत इतनी खस्ता है कि यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. अब मॉनसून सीजन आने वाला है ऐसे में यहां खतरा और बढ़ गया है.
दरअसल, प्रशासन ने तिलोरधार से शमाह तक की सड़क बनाई थी. शमाह से लेकर छितली तक ग्रामीणों ने पैसे इकट्ठे कर खुद सड़क बनवाई. लोगों ने यह सड़क ये सोच कर बनवाई थी कि बुजुर्गों और छोटे बच्चों सहित अन्य लोगों को सहूलियत मिल सके.
पर इन दिनों सड़क कि हालत ऐसी है कि सहूलियत की जगह लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. प्रशासन ने इस सड़क को ठीक करने के लिए कई बार प्रशासन से भी गुहार लगाई है, लेकिन सिवाय आश्वासन के उन्हें कुछ नहीं मिला.
टमाटर किसानों पर संकट
किसानों का कहना है कि टमाटर सीजन है और करीब 50 हजार पौधे टमाटर के लगाए गए हैं. टमाटर को सिर पर उठाकर आस पास की मंडियों में सस्ते दामों में बेचना पड़ रहा है. अगर सड़क की हालत सुधर जाए तो दूसरे प्रदेशों में टमाटर को बेचकर बड़ा मुनाफा मिल सकता है.
वहीं, कुछ लोगों ने बताया अगर कोई बीमार हो जाए तो ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस दिशा में न अधिकारी न जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं. सड़क पक्की होगी भी या नहीं इस बारे में नहीं कहा जा सकता.
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी है सड़क
यह सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी है, लेकिन पांच साल बीत जाने के बाद भी अब तक इसे पक्का नहीं किया जा सका है. अगर इस सड़क की हालत सुधर जाए तो किसान फसलों को इस सड़क से सीधा उत्तराखंड के विकास नगर सब्जी मंडी तक पहुंचाकर फायदा उठा सकते हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की समस्या को लेकर प्रदेश मुख्यमंत्री को भी अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ. वहीं, जब सड़क की समस्या के बारे में विधायक हर्षवर्धन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की ओर से एनओसी न मिलने की वजह से सड़क का मरम्मत कार्य रुका हुआ है, कुछ दिनों में इस फिर से शुरू किया जाएगा.
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