नाहन: केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत आयुष ग्राम परियोजना आरंभ की है, जिसका प्रमुख उद्देश्य ग्रामीण परिवेश को प्राचीन आयुर्वेद पद्धति से जोड़ना है. साथ ही गांव में प्राचीन औषधीय पौधों को रोपने के लिए प्रेरित करना है. इस परियोजना के लिए 10 हजार से अधिक आबादी वाले गांव ही लाए गए हैं.
बता दें कि नाहन विधानसभा क्षेत्र के 3 गांव बनकला, सतीवाला व कोलर को इस परियोजना के तहत चयनित किया गया है. आयुर्वेद विभाग जिला सिरमौर ने परियोजना के तहत इन चयनित क्षेत्रों में पौधरोपण के साथ कार्य शुरू कर दिया है और शुरुआत में यहां बेहड़ा, अमृता, सतबरी जैसे औषधीय पौधे लगाए जा रहे हैं. साथ ही लोगों को आयुर्वेदिक तरीके से दिनचर्या, खानपान के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है.
जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. कविता शर्मा ने बताया कि भारत सरकार की आयुष मिशन परियोजना के तहत आयुष ग्राम में नाहन के तीन ग्राम चयनित हुए है. उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में प्राचीन औषधीय पौधों को रोपित किया जा रहा है.
वहीं वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. आर पारिख ने बताया कि आयुष ग्राम के तहत लोगों को संतुलित दिनचर्या, आयुर्वेद से स्वास्थ्य लाभ के बारे में जागरूक किया जा रहा है. साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि औषधीय पौधों से किस प्रकार रोगों से मुक्ति पाई जा सकती है.
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