शिमला: कोरोना कर्फ्यू के चलते लोग घरों में कैद हैं. लोग सिर्फ जरूरी सामान लेने के लिए ही घरों से बाहर निकल रहे हैं. वहीं, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो न सिर्फ अपना पेट भरने की खातिर बाहर निकलते हैं, बल्कि अपनी जान जोखिम में डालकर जरूरतमंदों की सहायता के लिए निस्वार्थ काम कर रहे हैं. कुछ ऐसा ही किया है राजधानी शिमला के तीन युवकों ने जो सोशल मीडिया पर मैसेज देखकर मंगलवार को आईजीएमसी पहुंच गए.
दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर रक्तदान की अपील का मैसेज खूब वायरल हो रहा है. मैसेज पढ़कर तीन युवक मंगलवार को कर्फ्यू में ढील के दौरान आईजीएमसी शिमला पहुंच गए और रक्तदान किया. युवकों के नाम अमित कुमार, कांशिक, दीपक राणा बताया जा रहा है. तीनों युवक एक निजी संस्था 'निस्वार्थ' से जुड़े हैं और समाजिक कार्य करते हैं.
बता दें कि इस समय प्रदेश के ब्लड बैंकों में खून की कमी चल रही है. प्रदेश में करीब 30 ब्लड बैंक हैं, जिनमें 4000 ब्लड यूनिट रखा जा सकता है, लेकिन कोरोना के चलते रक्तदान शिविरों का आयोजन नहीं हो पा रहा है. साथ ही लोग भी अस्पतालों में आकर रक्त देने से बच रहे हैं. ऐसे में प्रदेश के अस्पतालों में खून की जरूरत पड़ने पर मरीजों के साथ-साथ अस्पताल स्टाफ को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ईटीवी से बातचीत के दौरान इन युवकों ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया में एक मैसेज मिला था कि कर्फ्यू के चलते आईजीएमसी में रक्त की कमी चल रही है. मैसेज देखने के बाद युवक आईजीएमसी पहुंचे और रक्तदान किया. तीनों युवकों ने सभी अपील कि है कि संकट की इस घड़ी में अस्प्ताल में आकर रक्तदान करें और जरूरतमंदों के काम आएं.