शिमला: प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के मामलों और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर युवा कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन कर बीजेपी सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. इस दौरान डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक ज्ञापन भी भेजा गया.
ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश में कोविड महामारी को देखते हुए जल्द से जल्द जल्दी ही स्टाफ नर्सों की भर्ती किए जाने की मांग की गई. इसके साथ ही पंचायत और ग्रामीण इलाकों में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने की मांग की गई.
ग्रामीण इलाकों में कोरोना की उपायुक्त जानकारी न होने के कारण भी बिगड़ता जा रहा माहौल
हिमाचल युवा कांग्रेस अध्यक्ष निगम भंडारी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में कोरोना की उपायुक्त जानकारी न होने के कारण भी माहौल बिगड़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पंचायत चुनावों की घोषणा की जा चुकी है. ऐसे में पंचायत चुनाव से भी कोरोना संक्रमण के बढ़ने का खतरा है. निगम भंडारी ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति दयनीय है.
स्वास्थ्य सुविधाओं को अभाव होने के चलते कोविड के मरीज अस्तपाल जाना नहीं चाहते. वे घरों में रहकर स्वयं अपना इलाज कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि उनका स्वास्थ्य व्यवस्था से विश्वास उठ चुका है. जब मरीज की हालत बेहद गंभीर हो जाती है, तभी वे अस्पताल का का रुख कर रहे हैं.
गांव व शहर में होगें प्रदर्शन
निगम भंडारी ने कहा कि प्रदेश में कोरोना से निपटने में सरकार पूरी तरह असफल रही है. मुख्यमंत्री दिल्ली के दौरों में ज्यादा व्यस्त हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि उन्होंने कितनी बार अस्पतालों को औचक निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ नहीं किया गया तो आने वाले समय में गांव से लेकर शहरों तक उग्र प्रदर्शन होंगे और जरूरत पड़ी तो भाजपा सांसदों का घेराव भी किया जाएगा.
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