शिमला: कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लगाए गए लॉकडाउन से हर किसी के काम पर फर्क पड़ा है. इस संकट के बीच पिछले करीब 23 दिनों से हर रोज पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं, जो आम आदमी की जेब हल्की कर रहे हैं. जून के महीने में प्रतिदिन पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी देखी गई, जिसके बाद कांग्रेस सड़कों पर उतर आई है.
पेट्रोल-डीजल की कीमतों के खिलाफ देशभर में कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है. हिमाचल में भी ब्लॉक स्तर पर कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है. वहीं, युवा कांग्रेस ने शिमला में कपड़े उतार कर गाड़ी खींच कर प्रदर्शन किया. युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय से ओल्ड बस स्टैंड तक पिकअप को रस्सियों के सहारे खिंचा.
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कपड़े भी उतार दिए और केंद्र सरकार को पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमतों को वापस लेने की मांग की. यूकां कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर दाम कम नहीं किए गए तो वे उग्र आंदोलन पर उतर जाएंगे. शिमला शहरी युवा कांग्रेस के अध्यक्ष वीरेंद्र बांष्टु ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने देश की जनता को कंगाल बना दिया है. इतनी महंगाई में आम आदमी को गुजारा करना मुश्किल हो गया है.
एक ओर जहां कच्चे तेल की कीमतें कम हुई हैं. वहीं, देश मे केंद्र सरकार हर रोज पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ा रही है, जिससे आम लोगों पर इसका बोझ पड़ रहा है. आजादी के बाद पहली बार तेल की कीमतों में इतनी बढ़ोतरी हुई है. कांग्रेस कार्यालय में थोड़ी सी महंगाई बढ़ने पर उस समय बीजेपी के नेता तुरंत सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करते थे पर आज जब महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं तो बीजेपी नेता चुप्पी साधे हुए हैं.
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