रामपुर/शिमला: एसजेवीएन (सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड, Satluj Jal Vidyut Nigam Limited) की लुहरी परियोजना में मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर संगठित होना शुरू कर दिया है. मंगलवार को मजदूरों ने सांकेतिक तौर पर धरना प्रदर्शन कर लुहरी परियोजना के प्रबंधकों को चेतावनी भी दे दी. मजदूरों का कहना है कि वेतन और अन्य मांगों पर परियोजना प्रबंधक उदासीनता बरत रहे हैं. उन्होंने लुहरी परियोजना के एचआर प्रबंधन पर भी उंगलियां उठाई हैं.
मजदूरों ने कहा कि अगर उनकी मांगों पर उदासीनता बरती गई तो पूर्व में हुई नियुक्तियों पर भी आरटीआई (Right to Information) के माध्यम से अधिकारियों की पोल खोलेंगे. उन्होंने आज लुहरी हाइड्रो प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन (Luhri Hydro Project Workers Union) संबंधित सीटू ने पिछले 3 महीने से वेतन न मिलने और श्रम कानूनों को लागू करने के लिए बिथल में sjvnl (Satluj Jal Vidyut Nigam Limited) और पटेल कंपनी के ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन कर नाराजगी जताई. इसके साथ साथ श्रम कानून को लागू करने के संदर्भ में 5 सूत्रीय मांग पत्र दिया.
इस विरोध प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सीटू राज्य उपाध्यक्ष (CITU State Vice President) बिहारी सेवगी और सीटू जिलाध्यक्ष कुलदीप ने कहा कि प्रोजेक्ट में काम कर रहे मजदूरों पर कोई भी श्रम कानून लागू नहीं हो रहे हैं. मजदूरों को न तो पहचान पत्र दिया गया जोकी रोजगार में लगने के 3 दिन के अंदर देने थे, लेकिन 8 महीने बीत जाने के बाद भी उन्हें पहचान पत्र नहीं मिले हैं. मजदूरों को न तो समय पर वेतन मिल रहा है और न ही वेतन स्लिप. कई मजदूरों को बिना वेतन के 3 महीने हो गए हैं.
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