शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में अधर में अटके बोटेनिकल गार्डन के काम को पूरा करने के साथ ही म्यूजियम की स्थापना भी एचपीयू प्रशासन करने जा रहा है. एचपीयू के कुलपति प्रो.सिकंदर कुमार ने इन दोनों की कामों को जल्द पूरा करने की बात कही है.
गौरतलब है कि एचपीयू में बोटेनिकल गार्डन का काम पहले शुरू भी किया गया था, लेकिन इसे अधर में ही छोड़ दिया गया. जिसके चलते अब एक बार फिर से एचपीयू को इस काम को नए तरीके से पूरा करना होगा.
बता दें कि बोटेनिकल गार्डन को तैयार करने के साथ ही एचपीयू कैंपस में म्यूजियम की स्थापना के लिए भी स्थान चिन्हित कर लिया गया है. पहले जहां इस म्यूजियम को बनाने के लिए एचपीयू को जगह ही नहीं मिल पा रही थी, वहीं अब एचपीयू डीएसडब्लू कार्यालय में खाली की गई जगह में ही इस म्यूजियम का निर्माण किया जाएगा.
ये भी पढे़ं-अमेरिकी सेब पर सिर्फ 25% आयात शुल्क बढ़ने से नाखुश किसान, APMC और सरकार का किया घेराव
एचपीयू कुलपति में कहा कि कैंपस में ही जल्द बोटेनिकल गार्डन के साथ ही म्यूजियम का निर्माण किया जाएगा. इस कार्य को जल्द से जल्द से पूरा किया जाएगा. एचपीयू में इस बोटेनिकल गार्डन के बनने से जहां औषधीय पौधों पर शोध की सुविधा छात्रों को कैंपस में ही मिल पाएगी, वहीं म्यूजियम की स्थापना होने से एचपीयू प्राचीन इतिहास और ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने के साथ-साथ छात्रों को इसकी जानकारी देगा.
बता दें कि एचपीयू के हिमालयन एकीकृत शोध अध्ययन संस्थान को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से दिया गया है. तीन करोड़ से ज्यादा का ये बजट 2014 में यूजीसी ने अलग-अलग कार्यों के लिए दिया था, जिसमें से 45 लाख का बजट एचपीयू ने बोटेनिकल गार्डन के निर्माण कार्य के लिए ही रखा था. इतना ही बजट म्यूजियम बनाने के लिए रखा था, लेकिन जगह तय न होने की वजह से इसका निर्माण अटका पड़ा था, जिसे अब पूरा किया जाएगा.