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चीन की टक्कर दे रहा 'लोकल फॉर वोकल', महिलाओं ने संभाला मोर्चा - boycott china

शिली पंचायत की महिलाओं ने शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर अपना स्टॉल लगाया है. इन महिलाओं ने इस बार दीपावली के पर्व पर बायकॉट चाइना का नारा देकर दिवाली के लिए हैंडमेड दीए और मोमबत्तियां बनाई हैं.

सेल्फ हेल्प ग्रुप
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Published : Nov 12, 2020, 3:39 PM IST

शिमला: प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं खुद को आत्मनिर्भर बना रही हैं. यह महिलाएं छोटे-छोटे सेल्फ हेल्प ग्रुप्स बनाकर कई तरह के उत्पाद तैयार कर उन्हें बाजार में बेच आमदनी जुटा रही है. इतना ही नहीं यह महिलाएं समाज के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.

इसका एक उदाहरण सेल्फ हेल्प ग्रुप ग्रीन फील्ड सिरठी ग्राम पंचायत शिली की महिलाओं ने दिया है. शिली पंचायत की महिलाओं ने शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर अपना स्टॉल लगाया है. इन महिलाओं ने इस बार दीपावली के पर्व पर बायकॉट चाइना का नारा देकर दिवाली के लिए हैंडमेड दीए और मोमबत्तियां बनाई हैं.

वीडियो

महिलाएं अपने हाथों से बनाए इस सामान को लोगों तक पहुंचा सके इसके लिए स्टॉल उपायुक्त कार्यालय परिसर में लगाया गया है. अपने इस स्टॉल पर महिलाएं अपने हाथों से बनाए गए रंग-बिरंगे दीए और मोमबत्तियां लोगों को बेच रही हैं. खास बात यह है कि महिलाओं ने इन दीयों और मोमबत्तियों को अपनी मेहनत से तैयार किया है. यहां तक कि दीयों में भरी गई वैक्स मधुमक्खी छाते से तैयार की गई है. इस तरह से यह महिलाएं लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा दे रही हैं तो वहीं अपने लिए कुछ पैसे भी जुटा पा रही हैं.

इन दीयों की कीमत 10 रुपए से लेकर 50 रुपए तक है. वहीं, लोगों को भी हाथों से बनाए गए दीए और मोमबत्तियां पसंद आ रही हैं. सेल्फ हेल्प ग्रुप ग्रीन फील्ड सिरठी की प्रधान एवंती देसटा ने कहा कि उनके सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं ने यह सारा सामान दिवाली के लिए तैयार किया है. इसके पीछे का उद्देश्य यह था कि इस दीपावली लोग चाइना के सामान का इस्तेमाल ना करें और स्वदेशी सामान से ही अपनी दिवाली मनाएं.

वहीं, स्टॉल पर ये ग्रुप कोरोना महामारी से बचाव के लिए हर्बल टी भी तैयार कर रहा है, जिसमें तुलसी के पत्ते और पुदीना का इस्तेमाल किया गया हैं. इस चाय को भी स्टॉल पर बिक्री के लिए लगाया गया है.

शिमला: प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं खुद को आत्मनिर्भर बना रही हैं. यह महिलाएं छोटे-छोटे सेल्फ हेल्प ग्रुप्स बनाकर कई तरह के उत्पाद तैयार कर उन्हें बाजार में बेच आमदनी जुटा रही है. इतना ही नहीं यह महिलाएं समाज के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.

इसका एक उदाहरण सेल्फ हेल्प ग्रुप ग्रीन फील्ड सिरठी ग्राम पंचायत शिली की महिलाओं ने दिया है. शिली पंचायत की महिलाओं ने शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर अपना स्टॉल लगाया है. इन महिलाओं ने इस बार दीपावली के पर्व पर बायकॉट चाइना का नारा देकर दिवाली के लिए हैंडमेड दीए और मोमबत्तियां बनाई हैं.

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महिलाएं अपने हाथों से बनाए इस सामान को लोगों तक पहुंचा सके इसके लिए स्टॉल उपायुक्त कार्यालय परिसर में लगाया गया है. अपने इस स्टॉल पर महिलाएं अपने हाथों से बनाए गए रंग-बिरंगे दीए और मोमबत्तियां लोगों को बेच रही हैं. खास बात यह है कि महिलाओं ने इन दीयों और मोमबत्तियों को अपनी मेहनत से तैयार किया है. यहां तक कि दीयों में भरी गई वैक्स मधुमक्खी छाते से तैयार की गई है. इस तरह से यह महिलाएं लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा दे रही हैं तो वहीं अपने लिए कुछ पैसे भी जुटा पा रही हैं.

इन दीयों की कीमत 10 रुपए से लेकर 50 रुपए तक है. वहीं, लोगों को भी हाथों से बनाए गए दीए और मोमबत्तियां पसंद आ रही हैं. सेल्फ हेल्प ग्रुप ग्रीन फील्ड सिरठी की प्रधान एवंती देसटा ने कहा कि उनके सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं ने यह सारा सामान दिवाली के लिए तैयार किया है. इसके पीछे का उद्देश्य यह था कि इस दीपावली लोग चाइना के सामान का इस्तेमाल ना करें और स्वदेशी सामान से ही अपनी दिवाली मनाएं.

वहीं, स्टॉल पर ये ग्रुप कोरोना महामारी से बचाव के लिए हर्बल टी भी तैयार कर रहा है, जिसमें तुलसी के पत्ते और पुदीना का इस्तेमाल किया गया हैं. इस चाय को भी स्टॉल पर बिक्री के लिए लगाया गया है.

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