शिमला: शहर को पानी की सप्लाई करने वाली गिरी परियोजना में गाद आने से शहर में एक बार फिर पेयजल की सप्लाई प्रभावित हुई है. गिरी परियोजना से करीब 15.85 एमएलडी पानी शहर को आता है. गिरी परियोजना में गाद के चलते शुक्रवार दोपहर तक भी पानी की पंपिंग नहीं हो पाई. इसके अलावा गुम्मा से भी 15 एमएलडी पानी की ही सप्लाई हुई. बता दें कि इन दोनों पेयजल परियोजनाओं से शहर को रोजाना 20 एमएलडी पानी की सप्लाई दी जाती है.
गाद आने से नहीं हुई पानी की सप्लाई
पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते गिरी पेयजल परियोजना में गाद का स्तर 3 हजार एनटीओ और गुम्मा में 9 हजार एनटीओ तक पहुंच गया. इससे परियोजनाओं में पानी की पंपिंग प्रभावित हुई है. पानी में गाद का स्तर कम होने में समय लगता है. इसके बाद ही पानी की पंपिंग हो पाती है और साफ पानी मिलता है.
वीरवार रात को बारिश के चलते बिजली में लगे कट और लो वोल्टेज की वजह से भी पानी की पंपिंग प्रभावित हुई. बारिश के दौरान आने वाली गाद को साफ करने के लिए परियोजनाओं में बड़े संयत्र लगाने के दावे किए जाते रहे हैं, लेकिन बारिश में यह गाद साफ नहीं हो पाती. इसके चलते शिमला शहर में बारिश के दौरान पानी की काफी दिक्कत पेश आती है.
लगातार हो रही बारिश से आ रही गाद
वीरवार को दिन के समय गिरी परियोजना में सफाई का काम किया गया, लेकिन रात को फिर से बारिश होने पर गाद आ गई. वहीं रही-सही कसर लो वोल्टेज ने पूरी कर दी. ऐसे में गिरी परियोजना से कम पानी ही लिफ्ट हो पाया और शहर में शुक्रवार को सिर्फ 37 एमएलडी पानी ही सप्लाई हो पाया. गुम्मा परियोजना में भी दिन के समय सफाई का काम चलाया गया था, जिस कारण पर्याप्त पानी लिफ्ट नहीं हो पाया.
पानी लिफ्ट होने से शिमला में कुछ एरिया में पानी की सप्लाई पर असर पड़ा है. इसी तरह सेंट्रल जोन के कई क्षेत्रों में पानी कम दिया गया. वहीं कई जगह कम पानी की सप्लाई दी गई. ऐसे में शनिवार को भी शहर के कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई कम हो सकती है. जल निगम के एजीएम राजेश कश्यप ने कहा कि गाद के चलते शिमला शहर में पानी की सप्लाई बाधित हुई है, लेकिन आने वाले दिनों में पानी नियमित रूप से आएगा.
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