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अब पूरे प्रदेश में पानी का जिम्मा संभालेगी जल प्रबंधन कंपनी, लोन के लिए वर्ल्ड बैंक ने भरी हामी - शिमला में पानी की समस्या

शिमला के जल प्रबंध का जिम्मा संभालने वाली जल प्रबंधन कंपनी अब प्रदेश के सभी शहरों में पानी का जिम्मा संभालेगी. जल प्रबंधन कंपनी ने वर्ल्ड बैंक से प्रदेश के अन्य शहरों में पानी का प्रबंधन करने को लेकर कर्ज बढ़ाने का आग्रह किया था, जिसके लिए वर्ल्ड बैंक ने हामी भर दी है.

Shimla Water management company
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Published : Nov 20, 2019, 1:37 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला के जल प्रबंध का जिम्मा संभालने वाली जल प्रबंधन कंपनी अब प्रदेश के सभी शहरों में पानी का जिम्मा संभालेगी. जल प्रबंधन कंपनी ने वर्ल्ड बैंक से प्रदेश के अन्य शहरों में पानी का प्रबंधन करने को लेकर कर्ज बढ़ाने का आग्रह किया था, जिसके लिए वर्ल्ड बैंक ने हामी भर दी है.

अब प्रदेश सरकार की मंजूरी के बाद शिमला जल प्रबंधन प्रदेश के करीब 12 शहरों में पानी का पूरा जिम्मा संभालेगा. प्रदेश सरकार न अन्य शहरों के चयन के लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. प्रदेश के अन्य शहरों में पानी का जिम्मा मिलने के बाद शिमला जल प्रबंधन कंपनी को प्रदेश स्तर की जल प्रबंधन कंपनी लिमिटेड बना दिया जाएगा.

शिमला जल प्रबधंन निगम के एमसी धर्मेंद्र गिल का कहना है कि प्रदेश के अन्य शहरों में पानी का प्रबंधन देखने के लिए वर्ल्ड बैंक से लोन बढ़ाने का आग्रह किया गया है और उन्होंने इसके लिए हामी भर दी है. इसके लिए डॉक्यूमेंट तैयार किए जा रहे हैं और यदि ऐसा हो जाता है तो पूरे प्रदेश में भी इसे शुरू किया जा सकता है.

वीडियो रिपोर्ट.

उन्होंने कहा कि इसको लेकर सरकार को भी प्रस्ताव भेजा है और मार्च तक सरकार से हरी झंडी मिलने की उम्मीद है. जिसके बाद जल निगम को प्रदेश का ही बोर्ड बनाया जाएगा. बता दें शिमला जल और सीवरेज व्यवस्था की व्यवस्था के लिए अलग से जल प्रबंधन कंपनी का जिम्मा सौंपा गया है.

इसके लिए वर्ल्ड बैंक से 986 करोड़ का कर्ज लिया गया है जिसके तहत शिमला में 24 घंटे पानी देने के साथ सीवरेज व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा. वहीं, अन्य शहरों में पानी के प्रबंधन के लिए कर्ज 1500 करोड़ तक पहुंच सकता है.

अब जल्द ही शहरों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. शिमला शहर में पहले पानी का प्रबंधन नगर निगम ही देखता था, लेकिन सरकार ने पानी का प्रबंध देखने के लिए अलग से कंपनी का गठन किया है.

शिमला: राजधानी शिमला के जल प्रबंध का जिम्मा संभालने वाली जल प्रबंधन कंपनी अब प्रदेश के सभी शहरों में पानी का जिम्मा संभालेगी. जल प्रबंधन कंपनी ने वर्ल्ड बैंक से प्रदेश के अन्य शहरों में पानी का प्रबंधन करने को लेकर कर्ज बढ़ाने का आग्रह किया था, जिसके लिए वर्ल्ड बैंक ने हामी भर दी है.

अब प्रदेश सरकार की मंजूरी के बाद शिमला जल प्रबंधन प्रदेश के करीब 12 शहरों में पानी का पूरा जिम्मा संभालेगा. प्रदेश सरकार न अन्य शहरों के चयन के लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. प्रदेश के अन्य शहरों में पानी का जिम्मा मिलने के बाद शिमला जल प्रबंधन कंपनी को प्रदेश स्तर की जल प्रबंधन कंपनी लिमिटेड बना दिया जाएगा.

शिमला जल प्रबधंन निगम के एमसी धर्मेंद्र गिल का कहना है कि प्रदेश के अन्य शहरों में पानी का प्रबंधन देखने के लिए वर्ल्ड बैंक से लोन बढ़ाने का आग्रह किया गया है और उन्होंने इसके लिए हामी भर दी है. इसके लिए डॉक्यूमेंट तैयार किए जा रहे हैं और यदि ऐसा हो जाता है तो पूरे प्रदेश में भी इसे शुरू किया जा सकता है.

वीडियो रिपोर्ट.

उन्होंने कहा कि इसको लेकर सरकार को भी प्रस्ताव भेजा है और मार्च तक सरकार से हरी झंडी मिलने की उम्मीद है. जिसके बाद जल निगम को प्रदेश का ही बोर्ड बनाया जाएगा. बता दें शिमला जल और सीवरेज व्यवस्था की व्यवस्था के लिए अलग से जल प्रबंधन कंपनी का जिम्मा सौंपा गया है.

इसके लिए वर्ल्ड बैंक से 986 करोड़ का कर्ज लिया गया है जिसके तहत शिमला में 24 घंटे पानी देने के साथ सीवरेज व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा. वहीं, अन्य शहरों में पानी के प्रबंधन के लिए कर्ज 1500 करोड़ तक पहुंच सकता है.

अब जल्द ही शहरों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. शिमला शहर में पहले पानी का प्रबंधन नगर निगम ही देखता था, लेकिन सरकार ने पानी का प्रबंध देखने के लिए अलग से कंपनी का गठन किया है.

Intro:राजधानी शिमला का जल प्रबंध का जिम्मा संभालने वाले जल प्रबंधन कम्पनी अब प्रदेश के सभी शहरों में पानी का जिम्मा संभालेगा। जल प्रबधन कंपनी ने वर्ल्ड बैंक से प्रदेश के अन्य शहरों में पानी का प्रबधन करने को लेकर कर्ज बढ़ाने का आग्रह किया था जिसे वर्ल्ड बैंक ने हामी भर दी है और अब प्रदेश सरकार की मंजरी के बाद शिमला जल प्रबधन प्रदेश के करीब 12 शहरों में पानी का पूरा जिम्मा संभालेगा। प्रदेश सरकार न अन्य शहरों का चयन के लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी है और प्रदेश के अन्य शहरों में पानी का जिम्मा मिलने के बाद सब शिमला जल प्रबंधन कंपनी को प्रदेश स्तर का जल प्रबधन कम्पनी लिमिटेड बना दिया जाएगा।


Body:शिमला जल प्रबधंन निगम के एमसी धर्मेंद्र गिल का कहना है कि प्रदेश के अन्य शहरों में पानी का प्रबंधन देखने के लिए वर्ल्ड बैंक से लोन बढ़ाने का आग्रह किया गया है और उन्होंने इसके लिए हामी भर दी है। इसके लिए डोक्युमेंट तैयार किए जा रहे है और यदि ऐसा हो जाता है तो पूरे प्रदेश में भी इसे शुरू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर सरकार को भी प्रस्ताव भेजा है और मार्च तक सरकार से हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। जिसके बाद जल निगम को प्रदेश का ही बोर्ड बनाया जाएगा।


Conclusion:बता दे शिमला जल और सीवरेज व्यवस्था की व्यवस्था के लिए अलग से जल प्रबंधन कंपनी का जिम्मा सौंपा है ओर वर्ल्ड बैंक से 986 करोड़ का कर्ज लिया गया है जिसके तहत शिमला में 24 घंटे पानी देने के साथ सीवरेज व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा। वही अन्य शहरों में पानी का प्रबधन के लिए कर्ज 1500 करोड़ तक पहुच सकता है। अब जल्द ही शहरों का चयन प्रक्रिया शुरू की जाएगी। शिमला शहर में पहले पानी का प्रबंधन नगर निगम ही देखता था लेकिन सरकार ने पानी का प्रबंध देखने के लिए अलग से कम्पनी का गठन कर दिया है।
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