शिमला: राजधानी शिमला में पानी के भारी भरकम बिलों ने लोगों की नींद उड़ा दी है. लाखों में आए पानी के बिलों पर लोगों का गुस्सा जल निगम पर फूटने लगा है. लोग अब सरकार से जल प्रबंधन निगम से पानी का वितरण लेकर नगर निगम को सौंपने की मांग कर रहे हैं.
लोगों का कहना है कि शहर में जल प्रबंधन निगम ने लाखों के बिल थमा दिए हैं और अब उन बिलों को ठीक करवाने के लिए जल निगम के कार्यालय के चक्कर काटने के लिए लोग मजबूर हो गए हैं. जल निगम की गलती का खामयाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है.
लोगों का कहना है कि जल निगम ने जो मीटर लगाए हैं वो पूरी तरह से खराब हैं और लोगों को लाखों के बिल दे दिए हैं. लोग सात महीने में कैसे लाखों का पानी पी गए. इसके बारे में जल निगम को बताना चाहिए. उनका कहना है कि जब नगर निगम के पास पानी का जिम्मा था तब इतने ज्यादा पानी के बिल कभी नहीं आते थे और जल निगम ने सीवरेज सेस के नाम पर हजारों रुपए पानी के बिल में जोड़े जा रहे हैं, जो कि पूरी तरह से गलत है.
बता दें शहर में पानी का वितरण का जिम्मा दो सालों से जल प्रबंधन निगम को सौंपा गया था. इससे पहले नगर निगम ही पानी का वितरण और बिल जारी करता था, लेकिन सरकार ने पानी के वितरण के लिए अलग से कंपनी का गठन कर दिया है.
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