शिमला: कई दफा मन के भीतर छिपी भावनाओं की आवाज इतनी शक्तिशाली हो जाती है कि वो जुबां पर आने लगती है. हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ भी यही सब कुछ हुआ था. नियति ने उन्हें खुद-ब-खुद उस रास्ते पर डाल दिया था, जो प्रदेश के सीएम पद तक पहुंचता था.
विधानसभा चुनाव में पांचवीं बार जीत हासिल करने के इरादे को लेकर साल 2017 में विधानसभा चुनावा से पहले प्रचार में कूदे जयराम ने उस दौरान यकीन नहीं किया होगा कि वह मुख्यमंत्री भी बन सकते हैं. उस समय सीएम जयराम प्रचार के वक्त सराज में जगह-जगह घूम रहे थे.
उस समय जैनशाला पंचायत में चुनाव प्रचार के दौरान सीएम जयराम एक सभा को संबोधित कर रहे थे, जिसमें न चाहते हुए भी सीएम बनने की इच्छा मुख्यमंत्री ने जनसभा के दौरान जताई थी. उस भाषण का वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
वहीं, प्रदेश सरकार के तीन साल का कार्यकाल पूरा होने पर ईटीवी भारत से खासबातचीत के दौरान भी सीएम ने कहा कि सीएम बनने से पहले उन्हें पार्टी ने जो भी जिम्मेवारी दी वह उन्होंने पूरी निष्ठा से निभाई. उन्होंने कहा कि साल 2017 के चुनाव के दौरान उन्हें लोगों ने कहा था कि व्यक्ति को आगे बढ़ता रहना चाहिए और लोग उन्हें मुख्यमंत्री के पद पर देखना चाहते थे और बाद में पार्टी हाईकमान ने उन्हें जिम्मेवारी दी.
ये साल 2017 के अक्टूबर महीने की 26 तारीख की बात है. वह सराज की जैनशला पंचायत प्रचार करने के लिए आए. यहां सोबली बूथ पर कुछ कार्यकर्ता और करीब 150 लोग मौजूद थे. जनता के बीच भावुक संवाद में जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्होंने सराज विधानसभा क्षेत्र में सडकें बनाने का काम किया. प्रचार में उन्होंने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि विरोधी दल ने यहां केवल परियोजनाओं के फट्टे ही लगाए.जैनशाला पंचायत में सीएम ने अपने भाषण के दौरान कही थी ये बातें
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EXCLUSIVE: सीएम जयराम ठाकुर की ईटीवी भारत से खास बातचीत, विपक्ष पर कसा तंज
अस्पताल है, पर डॉक्टर नहीं, स्कूल है पर मास्टर नहीं. जयराम ने कहा कि फट्टे यानी बोर्ड लगाना आसान है, कहीं भी लगा दो. यदि फट्टे ही लगाने हैं तो वह इस गांव, उस गांव, किसी भी गांव में लगा दें. यहां से बात का रुख बदलता है. जयराम ठाकुर ने सराज की जनता का आभार जताते हुए कहा कि यहां की जनता के आशीष से वह सफलता की सीढ़ियां चढ़े.
जनता का ये अहसान वह चुका नहीं सकते. जयराम ने फिर कहा कि सराज की जनता ने चार बार विधायक बनाया, चेयरमैन बना, पार्टी में कई पदों पर रहा. आगे उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बना. उसके बाद स्थानीय बोली में जयराम बोले कि यहां की जनता कहती थी कि मंत्री नहीं बना तो वे मंत्री भी बना. इतना सुनते ही जनता के बीच से आवाज आती है कि अब सीएम बनेंगे.
फिर जयराम ठाकुर भी उत्साहित होकर बोलने लगे कि अब एक ही पद रहा तो लगाओ फिर जोर. जनता भी उत्साहित होकर तालियां बजाते हुए कहने लगी कि जरूर, इस बार वे सीएम बनेंगे. हालांकि बाद में जयराम ने ये भी कहा कि इस बारे में फैसला तो हाईकमान ही करेगी.
बेशक ये बात स्पांटेनियस ही रही, लेकिन इसी जनसभा ने शायद आगामी समय में जयराम ठाकुर के सीएम बनने की नींव डाल दी थी. नामांकन के दौरान जेपी नड्डा व रैली के दौरान अमित शाह ने भी जयराम ठाकुर के बड़े पद से नवाजे जाने के संकेत दिए थे.
इसे संयोग कहें या फिर किस्मत का खेल कि भाजपा के सीएम फेस प्रेम कुमार धूमल चुनाव हार गए और अंतत: खींचतान के बाद सीएम पद की बाजी जयराम ठाकुर के हाथ लगी. प्रदेश की राजनीति में ये नए युग की शुरुआत थी.
पहली बार दिग्गजों के आभामंडल से निकल कर एक नए राजनेता को प्रदेश का मुखिया बनाया गया. अब जयराम ठाकुर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं उनकी सरकार प्रदेश में तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी है, लेकिन चुनाव परिणाम आने से पहले प्रचार के दौरान का ये वीडियो बताता है कि कभी-कभी यूं ही कही गई बातें एकदम से हकीकत बन जाती हैं.