शिमला: नवनियुक्त विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सर्व सहमति से चुने जाने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष का आभार जताया. उन्होंने कहा कि सदन में दोनों पक्षों को बराबर आवाज रखने का मौका देने की कोशिश करेंगे.
विपिन सिंह परमार ने विधानसभा सदस्यों से आग्रह किया कि सदन की उच्च परंपरा का पालन किया जाए. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के तालमेल से ही विधानसभा सही तरीके से चल सकती है. परमार ने कहा कि मुझे जो जिम्मेवारी सदन की तरफ से दी गई है उसके लिए में धन्यावाद करता हूं. सदन के नेता ने प्रस्ताव को आगे बढ़ाया और सदस्यों से सहमति जताई. विपिन सिंह परमार ने इस दौरान पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह समेत विपक्ष का आभार व्यक्त किया.
नवनियुक्त विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल छोटा सा प्रदेश है, लेकिन हमेशा अन्य प्रदेशों का मार्गदर्शन करता है. परमार ने पूर्व अध्यक्षों को याद करते हुए कहा कि हिमाचल विधानसभा सदन को संचालित करने का मौका सबसे अधिक कांगड़ा जिला को मिला.
विपिन परमार ने कहा कि वो विपक्ष का भी ध्यान रखेंगे. मुख्यमंत्री ने इस दौरान विपिन परमार को बधाई देते हुई कहा कि हिमाचल विधानसभा का इतिहास गरिमामय है. ये प्रदेशवासियों के लिए खुशी का विषय है. उन्होंने कहा परमार छात्र काल से ही सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय है.
छात्र काल में विद्यार्थी परिषद से जुड़े और छात्र नेता के रूप में लंबे समय तक काम किया. 1998 में पहली बार विधायक बने. मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय वो भी पहली बार विधायक बने और लंबा समय साथ में गुजारा.
मुख्यमंत्री ने कहा स्वास्थ्य मंत्री के रूप में विपिन परमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हिमकेयर योजना के शुरू में विपिन परमार की महत्वपूर्ण भूमिका है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने विपिन परमार को संबोधित करते हुए कहा कि ये वो आसन है, जिस पर 16 लोग विराज चुके हैं. आप हिमाचल विधानसभा के 17वें अध्यक्ष हैं. ऐसे में अग्निहोत्री ने उन्हें नई जिम्मेवारी के लिए शुभकामनाएं दीं.
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