शिमला: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश सरकार की ओर से कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए उठाए जा रहे प्रावधानों के बारे में जानकारी हासिल की. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री को बताया कि राज्य सरकार ने रेड जोन के रूप में चिन्हित देश के अन्य हिस्सों से राज्य में आने वाले लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य किया है.
राज्य सरकार ने जियो फेंसिंग सुविधा के साथ ‘कोरोना मुक्त ऐप’ भी विकसित किया है. यह ऐप उन लोगों की निगरानी करने में सहायता करेगा, जो होम क्वारंटाइन का उल्लंघन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि होम क्वारंटाइन के अंतर्गत व्यक्ति के क्वारंटाइन होम से 15 मीटर दूर जाते ही स्वास्थ्य कार्यकर्ता को मैसेज मिल जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 मई तक प्रदेश में कोविड-19 का केवल 1 मामला था, लेकिन हिमाचल प्रदेश में देश के अन्य राज्यों में फंसे हुए लोगों की प्रदेश में वापसी के कारण कोविड-19 के मामलों की संख्या 25 हो गई है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के रोगियों की संख्या दोगुनी होने की दर एक सप्ताह पहले 99 दिन थी, जो कि अब घटकर 12.5 दिन हो गई है.
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि प्रदेश में प्रति मिलियन 1478 परीक्षण किए जा रहे हैं, जो राष्ट्रीय औसत 1367 प्रति मिलियन से अधिक है. प्रदेश सरकार ने राज्य में कोविड-19 अस्पताल चिन्हित किए हैं, जिससे अन्य बीमारियों के रोगियों को ईलाज की पर्याप्त सुविधा सुनिश्चत हो सके. उन्होंने कहा कि प्रदेश में चलाए गए एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के तहत लगभग 16000 से अधिक आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया गया हैं. इससे कोविड-19 के संदिग्ध मामलों का पता लगाने में सहायता मिली है.
कोरोना वारियर्स की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर रही सरकार:
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार डॉक्टरों, नर्सों और अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट की उपलब्धता भी सुनिश्चित कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक 35 कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि इस महामारी के कारण प्रदेश में अब तक 2 मरीजों की मृत्यु हुई है. इन दोनों मामलों में एक लंबे समय से अस्वस्थ चल रहा था व दूसरा किडनी की बीमारी से पीड़ित था.