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Robotic surgery In Shimla: रोबोटिक सर्जरी की दिशा में बड़ा कदम, टांडा मेडिकल कॉलेज में दो रोबोटिक कैथ लैब को मिली मंजूरी - Robotic Surgery in Shimla Medical College

हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार चमियाना सुपर स्पेशिलिटी और टांडा मेडिकल कॉलेज में रोबोटिक सर्जरी शुरू करने जा रही है. सरकार ने टांडा मेडिकल कॉलेज में रोबोटिक कैथ लैब स्थापित करने को लेकर स्वीकृति दे दी है.

Tanda Medical College
रोबोटिक सर्जरी
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Published : Jun 11, 2023, 10:49 PM IST

शिमला: राज्य की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने मेडिकल कॉलेजों में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा देने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में सरकार ने टांडा स्थित डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज के लिए दो रोबोटिक कैथलैब स्थापित करने की स्वीकृति दी है. इस संबंध में कॉलेज प्रशासन को विस्तृत प्रस्ताव देने को कहा गया है. रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत कर राज्य में आधुनिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की दिशा में यह पहला कदम है.

'आधुनिक स्वास्थ्य सेवा विकसित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध': मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में आधुनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है. इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चमियाना में भी रोबोटिक सर्जरी सुविधाएं शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इन संस्थानों से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) प्राप्त हुई है, जिसकी विशेषज्ञों द्वारा जांच की जा रही है. इसके लिए सैद्धांतिक रूप से 30 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं और राज्य सरकार इसके लिए पर्याप्त धनराशि प्रदान करेगी.

विशेष चिकित्सा सुविधा है कैथलैब: मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा प्रक्रियाओं के संचालन में रोबोटिक कैथलैब क्रांति ला सकती है. रोबोटिक्स तकनीक का उपयोग सर्जरी के दौरान सटीकता, बेहतर दृष्टि और अधिक नियंत्रण प्रदान कर सकता है. इससे सर्जरी के दौरान जटिलताओं में कमी आएगी और रोगी शीघ्र स्वस्थ होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि कैथलैब एक विशेष चिकित्सा सुविधा है, जो मुख्य रूप से कार्डियोलॉजी (हृदय रोग विज्ञान) के क्षेत्र में मिनिमली इन्वेसिव सर्जरी के लिए इमेजिंग तकनीक का उपयोग करती है. कैथलैब में रोबोटिक तकनीक को शामिल कर सर्जरी के दौरान सटीकता और दक्षता में काफी वृद्धि की जा सकती है, जो रोगियों, चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों के लिए फायदेमंद होगी.

सरकार चिकित्सा तकनीक में निवेश की योजना कर रही तैयार: मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए सरकार आधुनिक चिकित्सा तकनीक में निवेश करने की योजना बना रही है, जो दो उद्देश्यों की पूर्ति करेगी. प्रथम उद्देश्य के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि राज्य के लोगों को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में नवीनतम चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हो और दूसरे उद्देश्य के अंतर्गत राज्य में चिकित्सा उपचार के इच्छुक बाहरी को आकर्षित करने के लिए स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप राज्य सरकार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करते हुए राजस्व भी उत्पन्न करेगी.

ये भी पढ़ें: सुखविंदर सरकार के छह माह पूरे, लेकिन अधूरा है महिलाओं से किया गया ये बड़ा वादा

शिमला: राज्य की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने मेडिकल कॉलेजों में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा देने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में सरकार ने टांडा स्थित डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज के लिए दो रोबोटिक कैथलैब स्थापित करने की स्वीकृति दी है. इस संबंध में कॉलेज प्रशासन को विस्तृत प्रस्ताव देने को कहा गया है. रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत कर राज्य में आधुनिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की दिशा में यह पहला कदम है.

'आधुनिक स्वास्थ्य सेवा विकसित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध': मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में आधुनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है. इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चमियाना में भी रोबोटिक सर्जरी सुविधाएं शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इन संस्थानों से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) प्राप्त हुई है, जिसकी विशेषज्ञों द्वारा जांच की जा रही है. इसके लिए सैद्धांतिक रूप से 30 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं और राज्य सरकार इसके लिए पर्याप्त धनराशि प्रदान करेगी.

विशेष चिकित्सा सुविधा है कैथलैब: मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा प्रक्रियाओं के संचालन में रोबोटिक कैथलैब क्रांति ला सकती है. रोबोटिक्स तकनीक का उपयोग सर्जरी के दौरान सटीकता, बेहतर दृष्टि और अधिक नियंत्रण प्रदान कर सकता है. इससे सर्जरी के दौरान जटिलताओं में कमी आएगी और रोगी शीघ्र स्वस्थ होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि कैथलैब एक विशेष चिकित्सा सुविधा है, जो मुख्य रूप से कार्डियोलॉजी (हृदय रोग विज्ञान) के क्षेत्र में मिनिमली इन्वेसिव सर्जरी के लिए इमेजिंग तकनीक का उपयोग करती है. कैथलैब में रोबोटिक तकनीक को शामिल कर सर्जरी के दौरान सटीकता और दक्षता में काफी वृद्धि की जा सकती है, जो रोगियों, चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों के लिए फायदेमंद होगी.

सरकार चिकित्सा तकनीक में निवेश की योजना कर रही तैयार: मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए सरकार आधुनिक चिकित्सा तकनीक में निवेश करने की योजना बना रही है, जो दो उद्देश्यों की पूर्ति करेगी. प्रथम उद्देश्य के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि राज्य के लोगों को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में नवीनतम चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हो और दूसरे उद्देश्य के अंतर्गत राज्य में चिकित्सा उपचार के इच्छुक बाहरी को आकर्षित करने के लिए स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप राज्य सरकार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करते हुए राजस्व भी उत्पन्न करेगी.

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