शिमला: राजधानी में पिछले 24 घंटों से बारिश हो रही है. लगातार हो रही बारिश की वजह से अब पेड़ों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया है. शुक्रवार को सुबह फिंगास में सूखे पेड़ का एक हिस्सा घर की छत पर आ गिरा. हालांकि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है.
स्थानीय लोगों ने इस घटना की सूचना नगर निगम और वन विभाग को दी, जिसके बाद विभाग के कर्मियों ने मौके पर पहुंच कर पेड़ को हटाया. बताया जा रहा है कि इस पेड़ को हटाने के लिए काफी समय से लोग नगर निगम से गुहार लगा रहे थे, लेकिन सरकार ने एमसी को खतरनाक पेड़ों को काटने की अनुमति नहीं दी थी.
बता दें कि शिमला शहर में 134 खतरनाक पेड़ हैं, जिन्हें काटने के लिए नगर निगम ने सरकार से अनुमति मांगी है. नगर निगम शिमला की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि खतरनाक पेड़ों को काटने के लिए कैबिनेट से मंजूरी नहीं मिल रही थी. जिसके चलते निगम इन पेड़ों को नहीं काट रहा था, लेकिन अब शहर के खतरनाक पेड़ों को काटने के लिए सरकार ने सब कमेटी का गठन किया है और जल्द ही पेड़ों को काटने की अनुमति मिलने की उम्मीद है.
सत्या कौंडल ने कहा कि खतरनाक बन चुके पेड़ों को काटने के लिए एमसी ने शहर के सभी वॉर्डों में निरीक्षण किया है. उन्होंने कहा कि कहीं से भी पेड़ों को काटने के लिए आवेदन आता है तो टीम मौके पर जाकर निरीक्षण करती है. गौर रहे कि शिमला शहर में रिहाशयी इलाकों में काफी सूखे पेड़ हैं, जोकि गिरने की कगार पर हैं. बरसात में इनके गिरने का डर लोगों को सता रहा है. लोग पेड़ों को काटने के लिए नगर निगम में आवेदन तो कर रहे हैं, लेकिन निगम को पेड़ों को काटने के लिए सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है.