शिमला: ऑकलैंड टनल के पास प्रस्तावित काेविड मेक शिफ्ट अस्पताल काे निगम की ओर से मंजूरी मिलने के बाद स्थानीय काराेबारी, टैक्सी यूनियन और आसपास के पंचायताें के लाेग इसके विराेध में उतर आए है.
क्या कहना है काराेबारी और पंचायत प्रतिनिधी का
व्यापार मंडल ऑकलैंड लक्कड़ बाजार समेत आसपास की पंचायतें चैड़ी, भाैंट, डुम्मी और पगाेग के प्रतिनिधी और जनता इस मामले काे लेकर विधायक से मिली है. व्यापार मंडल ऑकलैंड के अध्यक्ष और चैड़ी पंचायत के उपप्रधान भुवनेश्वर शर्मा का कहना है कि शनिवार काे वह कई लाेगाें के साथ कसुम्पटी के विधायक से मिले. विधायक भी उनके समर्थन में आ गए हैं. उनका कहना है कि एचपी पीडब्ल्यूडी के गाेदाम, बस स्टैंड व टैक्सी स्टैंड काे यहां से हटाया जा रहा है.
अगर सरकार नहीं मानी ताे सड़काें पर उतरकर किया जाएगा प्रदर्शन
भीड़भाड़ वाला क्षेत्र हाेने के चलते इसके 300 मीटर के दायरे में ऑकलैंड हाउस स्कूल, आरकेएमवी, सीनियर और जूनियर स्कूल, बैंक एरिया और 20 दुकानें हैं. ऐसे में ये संभव ही नहीं है कि यहां पर काेविड सेंटर काे बनाया जाए. उन्हाेंने कहा कि वह इससे पहले शहर के विधायक और मंत्री सुरेश भारद्वाज से भी मिले थे, मगर उन्हाेंने इस मामले में हस्तक्षेप से इंकार कर दिया था. उन्हाेंने कहा कि अगर सरकार नहीं मानी ताे सड़काें पर उतरकर प्रदर्शन किया जाएगा.
टैक्सी यूनियन ने भी जताया विराेध
शहर के लक्कड़ बाजार में ऑकलैंड टनल के पास कोविड सेंटर बनाने के फैसले के खिलाफ अब कारोबारियों के बाद टैक्सी यूनियन ने भी विरोध जताया है. देवभूमि ऑल हिमाचल टैक्सी ऑपरेटर एसोसिएशन के संस्थापक संयाेजक नरेंद्र ठाकुर, सह संस्थापक अनूप जम्बवाल, कृष्ण कुमार, अध्यक्ष अजय ठाकुर, कानूनी सलाहकार बलबिंदर सिंह आदि का इनका कहना है कि यहां पर यह सेंटर नहीं बनना चाहिए.
कोविड सेंटर बनने से टैक्सी यूनियन का काम होगा ठप
नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि उनकी बैठक व्यापार मंडल के प्रतिनिधि और स्थानीय लोगाें के साथ हाे चुकी है. वह व्यापार मंडल और स्थानीय लाेगाें के साथ हैं. अगर यहां पर अस्पताल बनता है ताे उनकी टैक्सी यूनियन का काम पूरी तरह से ठप हाे जाएगा. पहले ही काेविड काल में टैक्सियाें का काम आधा हाे चुका है. ऐसे में अब इस अस्पताल के बनने से उनके घर बैठने की नाैबत आ जाएगी.
कोविड सेंटर बनने से रोजगार होगा प्रभावित
पंकज ने बताया कि यहां पर 70 से 80 गाड़ियां है जो टैक्सी के रोजगार से जुड़े है और उनका घर चलता है. उनका कहना था कि यहां अगर कोविड सेंटर बनता है तो इससे उनका रोजगार प्रभावित होगा. उनका कहना था कि सरकार का कहना है कि यह परमानेंट नहीं है तो वह आईजीएमसी के नई बिल्डिंग में क्यों नहीं बनाती है वह पूरी बिल्डिंग खाली पड़ी है. उनका कहना था कि अगर सरकार यहां कोविड सेंटर बनाती है तो वह अपनी गाड़ी की चाबी सरकार को सौंप देंगे.
वहीं व्यापार मंडल के प्रधान भुवनेश्वर का कहना है कि सरकार बीच बाजार में भीड़-भाड़ वाली पर कोविड सेंटर बना रही है यह निर्णय गलत है. उनका कहना था कि इससे बहुत लोग प्रभावित होंगे. उनका कहना था की जहां कोविड सेंटर बना रहे वही बाजार है छोटे बच्चों का स्कूल है. उनका कहना था कि यदि सरकार यहां कोविड सेंटर बनाती है तो व्यापार मंडल इसका विरोध करेगा.
ये भी पढ़ें-हिमाचल में तीन चरणों में होंगे पंचायती राज चुनाव, अधिसूचना जारी