शिमला: सत्ता कैसी भी हो, उसे मां के चरणों में झुक कर ही सफलता मिलती है. हिमाचल प्रदेश के नव निर्वाचित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पद व गोपनीयता की शपथ ग्रहण करने से पहले मां संसारो देई का आशीष लिया. मुख्यमंत्री सुक्खू मां के चरणों में नतमस्तक हुए. मां ने भी खुश होकर उन्हें गले लगाया और आशीष दिया.
बता दें कि आज सुखविंदर सुक्खू ने आज हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे शिमला पहुंचे थे. शपथ ग्रहण से पहले सुखविंदर सिंह सुक्खू अपनी मां से मिले, उन्होंने झुककर अपनी मां का आशीर्वाद लिया और उन्हें गले लगाया.
मैं तो चाहती थी बेटा सरकारी नौकरी लगे और परिवार की आर्थिक हालत सही हो लेकिन वह पढ़ाई पर ही अड़ा रहा. कॉलेज भेजा तो फिर राजनीति में पड़ गया. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले सुखविंदर सिंह सुक्खू की मां संसार देई ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में यह बयान दिया है. बुजुर्ग मां ने कहा कि वह गलत चीज नहीं सहन करती हैं, आज भी कुछ अटपटा लगता है तो बेटे की पिटाई से पीछे नहीं हटती हैं. (sukhvinder singh sukhu mother interview) (hp cm sukhvinder singh sukhu)
शादी के बाद भी मां से मार खा चुके हैं सुक्खू: दिन भर बेटे के मुख्यमंत्री बनने की खबरों को सुनकर टीवी से चिपकी हुई बुजुर्ग मां ने कुछ इस तरह से बेटे के प्रति अपने प्यार को बयान किया. मजाकिया लहजे में बुजुर्ग मां ने कहा कि बेटे के शादी के बाद भी कई बार पटाके लगा दिए हैं यानि पीट दिया है. बेशक बेटा संगठन से लेकर अब सरकार तक सर्वोच्च पद पर पहुंच गया है लेकिन 1 मां के लिए आखिर वह बेटा ही है. उनकी बुजुर्ग मां कहती हैं कि मैं हाथ उठाने से भी गुरेज नहीं करती लेकिन बेटे ने कभी मुड़कर आज तक जवाब नहीं दिया है.
नौकरी नहीं करना चाहते थे सुक्खू: सुखविंदर सिंह सुक्खू के कॉलेज के दिनों को याद करते हुए उनके मां कहती हैं कि कॉलेज भेजा तो लगा शायद पढ़ाई करेगा और नौकरी लग जाएगा लेकिन फिर राजनीति में पड़ गया. कभी घर अकेला आता ही नहीं था. कॉलेज में ही राजनीति का काम शुरू कर दिया था, तो साथी लगातार घर में आते-जाते रहते थे और कभी किसी को खाना खिलाए बिना घर से नहीं जाने देता था. मां संसार देई ने कहा कि बेटा शुरू से ही सरकारी नौकरी नहीं करना चाहता था और राजनीति में ही उनका रुझान था.
90 रुपये में भी किया है गुजारा: मां कहते हैं कि जब सुखबीर सिंह सुक्खू के पिता नौकरी करते थे तो महज ₹90 मासिक वेतन में वह परिवार का गुजारा करते थे. 6 लोगों के परिवार में बड़ी मुश्किल से गुजारा होता था. उन्हें खुशी है कि उनके पति बड़े नेताओं और अधिकारियों की गाड़ी चलाते थे आज बेटा मुख्यमंत्री बन गया है. (Political journey of Sukhvinder Singh Sukhu)
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