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HP Medha Protsahan Yojana: कोचिंग के लिए मेधावी छात्रों को सरकार देगी एक लाख, जानें आवेदन की अंतिम तिथि और नियम

मेधा प्रोत्साहन योजना के तहत सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार मेधावी छात्रों को प्रतियोगी कोचिंग के लिए एक लाख रुपये देगी. कक्षा 11वीं से कॉलेज तक के टापर छात्रों को मेधा प्रोत्साहन योजना के तहत यह राशि दी जाएगी. पढ़िए पूरी खबर...(HP Medha Protsahan Yojana)(Sukhu Government will give Rs 1 lakh to meritorious students).

HP Medha Protsahan Yojana
हिमाचल मेधावी छात्रों को कोचिंग के लिए राशि
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 1, 2023, 9:45 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश के मेधावी छात्रों को मेधा प्रोत्साहन योजना के तहत कोचिंग के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार एक लाख रुपए की राशि देगी. ये राशि 11वीं से कॉलेज तक के टॉपर्स को कोचिंग के लिए मिलेगी. इसके लिए मेरिट के आधार पर छात्रों का चयन किया जाएगा. छात्र 25 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं.

हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार मेधावी बच्चों को कोचिंग के लिए एक लाख रुपए देगी. कोचिंग की यह राशि शिक्षा विभाग द्वारा चलाई जा रही मेधा प्रोत्साहन योजना के तहत दी जाएगी. राज्य सरकार इस योजना के तहत नीट, जेईई, यूपीएससी से लेकर बैंकिंग, इंश्योरेंस और रेलवे तक की परीक्षाओं के लिए कोचिंग में मदद करती है. यह कोचिंग ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से की जा सकती है. इस योजना के तहत उन छात्रों को वित्तीय मदद मिलेगी, जो हिमाचल के स्थायी निवासी है.

400 छात्रों को दी जाएगी राशि: मेधा प्रोत्साहन योजना के तहत करीब 400 छात्रों को वित्तीय मदद दी जाएगी. इसके तहत कक्षा 12वीं के 280 और स्नातक स्तर के 120 अभ्यर्थियों को मेरिट पर चयनित किया जाएगा. इसमें जनरल कटैगरी के छात्रों के लिए 11वीं में 75 फीसदी और आरक्षित वर्गों के छात्रों के लिए 11वीं में 65 प्रतिशत अंक होना जरुरी है. 12वीं परीक्षा पास कर चुके विद्यार्थियों के लिए भी प्रतिशतता का यही फार्मूला रहेगा. जबकि स्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए अंकों की प्रतिशतता 50 और 45 फीसदी रहेगी. इसमें परिवार के लिए आय का मापदंड भी रहेगा.

इसके लिए संबंधित छात्र के परिवार की कुल आय सालाना ढाई लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए. इस योजना के चयनित होने वाले छात्रों को संस्थान में सभी कक्षाओं में उपस्थित रहना जरूरी होगा. वहीं कोचिंग के लिए एक लाख की केवल एक बार ही दी जाएगी. यह राशि कोचिंग के दौरान यह पैसा अपने खर्चे, संस्थान की फीस, किताबें या अन्य प्रकाशित सामग्री पर ही व्यय होगी.

उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने कहा मेधा प्रोत्साहन योजना के लिए पात्र मेधावी बच्चे 25 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं. इस योजना के तहत इच्छुक एवं पात्र विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अपने आवेदन पत्र संबंधित जिला के उपनिदेशक उच्चतर शिक्षा के पास डाक द्वारा या ई-मेल के माध्यम से भेज सकते हैं. स्नातक स्तर के छात्र-छात्राएं अपना आवेदन पत्र अतिरिक्त या संयुक्त निदेशक कालेज शिक्षक निदेशालय शिमला के पास डाक या ईमेल के जरिए भेज सकते हैं. उन्होंने कहा कि 25 नवंबर के बाद किसी आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: Jairam Thakur Targets Congress: 'हिमाचल में दी गई झूठी गारंटी 5 राज्यों के चुनाव में नहीं चलेगी, कांग्रेस से जनता का मोह हुआ भंग'

शिमला: हिमाचल प्रदेश के मेधावी छात्रों को मेधा प्रोत्साहन योजना के तहत कोचिंग के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार एक लाख रुपए की राशि देगी. ये राशि 11वीं से कॉलेज तक के टॉपर्स को कोचिंग के लिए मिलेगी. इसके लिए मेरिट के आधार पर छात्रों का चयन किया जाएगा. छात्र 25 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं.

हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार मेधावी बच्चों को कोचिंग के लिए एक लाख रुपए देगी. कोचिंग की यह राशि शिक्षा विभाग द्वारा चलाई जा रही मेधा प्रोत्साहन योजना के तहत दी जाएगी. राज्य सरकार इस योजना के तहत नीट, जेईई, यूपीएससी से लेकर बैंकिंग, इंश्योरेंस और रेलवे तक की परीक्षाओं के लिए कोचिंग में मदद करती है. यह कोचिंग ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से की जा सकती है. इस योजना के तहत उन छात्रों को वित्तीय मदद मिलेगी, जो हिमाचल के स्थायी निवासी है.

400 छात्रों को दी जाएगी राशि: मेधा प्रोत्साहन योजना के तहत करीब 400 छात्रों को वित्तीय मदद दी जाएगी. इसके तहत कक्षा 12वीं के 280 और स्नातक स्तर के 120 अभ्यर्थियों को मेरिट पर चयनित किया जाएगा. इसमें जनरल कटैगरी के छात्रों के लिए 11वीं में 75 फीसदी और आरक्षित वर्गों के छात्रों के लिए 11वीं में 65 प्रतिशत अंक होना जरुरी है. 12वीं परीक्षा पास कर चुके विद्यार्थियों के लिए भी प्रतिशतता का यही फार्मूला रहेगा. जबकि स्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए अंकों की प्रतिशतता 50 और 45 फीसदी रहेगी. इसमें परिवार के लिए आय का मापदंड भी रहेगा.

इसके लिए संबंधित छात्र के परिवार की कुल आय सालाना ढाई लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए. इस योजना के चयनित होने वाले छात्रों को संस्थान में सभी कक्षाओं में उपस्थित रहना जरूरी होगा. वहीं कोचिंग के लिए एक लाख की केवल एक बार ही दी जाएगी. यह राशि कोचिंग के दौरान यह पैसा अपने खर्चे, संस्थान की फीस, किताबें या अन्य प्रकाशित सामग्री पर ही व्यय होगी.

उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने कहा मेधा प्रोत्साहन योजना के लिए पात्र मेधावी बच्चे 25 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं. इस योजना के तहत इच्छुक एवं पात्र विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अपने आवेदन पत्र संबंधित जिला के उपनिदेशक उच्चतर शिक्षा के पास डाक द्वारा या ई-मेल के माध्यम से भेज सकते हैं. स्नातक स्तर के छात्र-छात्राएं अपना आवेदन पत्र अतिरिक्त या संयुक्त निदेशक कालेज शिक्षक निदेशालय शिमला के पास डाक या ईमेल के जरिए भेज सकते हैं. उन्होंने कहा कि 25 नवंबर के बाद किसी आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा.

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