शिमला: हिमाचल में लाखों किसानों और बागवानों के लिया राहत की खबर है. सरकार ने फसलों को नुकसान होने पर मिलने वाले मुआवजा को दुगना कर दिया है. इसके लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नियमों में संशोधन किया गया है. जिसके बागवानों को अब सेब को नुकसान होने पर बीमा का मुआवजा 1500 रुपए प्रति पौधा दिया जाएगा. पहले ये राशि 800 रुपए प्रति पौधा थी.
हिमाचल में फसलों को नुकसान होने किसानों और बागवानों को दुगना फायदा मिलेगा. प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में संशोधन किया है. इसके तहत अगर अब भारी बारिश, ओलावृष्टि, तेज हवाएं, आंधी तूफान व तापमान में बदलाव से फसलों को नुकसान पहुंचता है तो, किसानों को पहले की तुलना में अधिक राहत दी जाएगी. ताकि किसानों और बागवानों को नुकसान न उठाना पड़े.
सरकार के इस निर्णय से प्रदेश में 13 लाख से अधिक किसान और बागवान परिवारों को राहत मिलेगी. बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा मौसम पर आधारित फसल बीमा योजना में सेब, आम, पलम, आडू, नींबू के अलावा अब तीन अन्य फलों लीची, अमरूद और अनार को भी जोड़ा गया है. बेमौसमी बारिश, ओलावृष्टि और तापमान में बदलाव के कारण प्रदेश की किसानों बागवानों को कई बार भारी नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने इस योजना में संशोधन कर बागवानों को राहत देने का निर्णय लिया है. तीन अन्य फलों को भी इस योजना में शामिल किया गया है.
योजना में ये हुआ बदलाव: बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा पहले योजना के तहत सेब पर प्रति पौधा अधिकतम 800 बीमा का मुआवजा दिया जाता था, जिसे बढ़ाकर 1500 रुपए प्रति पौधा किया गया हैं. इसी तरह से योजना के तहत आम पर पहले 620 बीमा मुआवजा मिलता था, जिसे बढ़ाकर अब 750, नींबू पर 495 से बढ़कर 750, आडू पर 475 से बढ़ाकर 750 व प्लम पर 520 से बढ़कर 750 रुपए प्रति पौधा बीमा मुआवजा दिया जाएगा. ताकि नुकसान होने पर बागवानों को राहत मिल सके. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किए गए संशोधन से लाखों किसानों और बागवानों को फायदा होगा. नेगी ने कहा कि इन बार मानसून सीजन में फसलों को काफी अधिक नुकसान हुआ है. जिसके लिए सरकार ने किसानों और बागवानों को राहत देने का प्रयास किया है.
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