शिमला/चंडीगढ: लॉकडाउन का एक महीने का वक्त गुजर चुका है. प्रदेश सरकार ने भी बाहरी राज्यों में फंसे हुए छात्रों को निकालने की कवायद तेज कर दी है. जिसके तहत चंडीगढ़ से भी छात्रों को निकालने के लिए सरकार ने करीब 15 बसों का इंतजाम किया और छात्रों को हिमाचल भवन से लाने का सिलसिला शुरू हो चुका है.
जानकारी के मुताबिक सरकार ने चंडीगढ़ हिमाचल भवन में करीब 15 बसों को भेजा, जिसके माध्यम से चंडीगढ़ में फंसे प्रदेश के विभिन्न जिलों के छात्रों को वापस लाया जा रहा है. प्रत्येक बस में करीब 20 छात्र सफर करेंगे. सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए इस बात का विशेष ख्याल रखा जा रहा है, कि जो नियम है उसके मुताबिक छात्रों को बसों में बिठाया जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक इन छात्रों को पहले सोलन ले जाया जाएगा, जहां पर इनका मेडिकल टेस्ट किया जाएगा. जांच सही पाए जाने वाले छात्रों को उनके घर जाने दिया जाएगा. जहां उन्हें अपने घर में ही 14 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहना होगा. जो छात्र अगर बीमार पाया गया तो उसे सोलन में ही आइसोलेट किया जा सकता है. सरकार की कोशिश है, कि जो छात्र चंडीगढ़ में फंसे हैं उन्हें वापस अपने राज्य लाकर उनके परिवार और छात्रों को कुछ राहत प्रदान की जाए. इसी के बसों की व्यवस्था की गई.यह छात्र विभिन्न शिक्षण संस्थानों में पढ़ते हैं, जो इन बसों से आज 1 महीने के लॉकडाउन के अंतराल के बाद घर आ रहे हैं. इनमें से ज्यादातर छात्र इस बात से खुश हैं कि वह वापस अपने राज्य जा रहे हैं, क्योंकि यहां पर उन्हें कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ रही थीं. वहीं ,लगातार अभिभावक भी सरकार पर दबाव बना रहे थे कि उनके बच्चों को वापस अपने राज्य में लाया जाए. उसके बाद सरकार ने तय किया कि छात्र जहां फंसे होंगे उन्हें वापस लाया जाएगा.
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