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HPU में दूर-दराज से परीक्षा देने आए छात्रों को मिलेगी हॉस्टल सुविधा, नियम तय - एचपीयू में पीजी एग्जाम

एचपीयू की पीजी ओर डिप्लोमा कोर्सेज की परीक्षाओं के लिए बाहरी राज्यों और प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से परीक्षाएं देने के लिए आने वाले छात्रों को हॉस्टल में ठहरने की सुविधा दी जाएगी. यह सुविधा उन्हीं छात्रों को मिलेगी जो पहले से ही एचपीयू के छात्रवासों में रह रहे है और उन्हें हॉस्टल अलॉट हैं. इन छात्रों को हॉस्टल की सुविधा देने के लिए एचपीयू की ओर से कुछ एक नियम तय किए गए हैं उन्हें पूरा करने पर ही छात्रों को हॉस्टल में परीक्षाओं के दौरान ठहराया जाएगा.

hostel facility in HPU
एचपीयू.
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Published : Sep 12, 2020, 9:58 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से 15 सिंतबर से करवाई जाने वाली पीजी और डिप्लोमा कोर्सेज की परीक्षाओं के लिए बाहरी राज्यों से आने वाले और प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से परीक्षाएं देने के लिए आने वाले छात्रों को हॉस्टल में ठहरने की सुविधा दी जाएगी.

यह सुविधा उन्हीं छात्रों को मिलेगी जो पहले से ही एचपीयू के छात्रवासों में रह रहे है और उन्हें हॉस्टल अलॉट हैं. इन छात्रों को हॉस्टल की सुविधा देने के लिए एचपीयू की ओर से कुछ एक नियम तय किए गए हैं उन्हें पूरा करने पर ही छात्रों को हॉस्टल में परीक्षाओं के दौरान ठहराया जाएगा.

एचपीयू प्रशासन ने यह तय किया है कि जो छात्र बाहरी राज्यों से पीजी की परीक्षाएं देने के लिए आ रहे है उन छात्रों को अपने साथ रैपिड एंटीजन टेस्ट की नेगिटिव रिपोर्ट ले कर आना होगा. इसके बाद ही छात्रों को एचपीयू के हॉस्टल में रुकने के लिए कमरा दिया जाएगा.

इसके साथ ही प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से जो छात्र परीक्षा देने के लिए आएंगे उन्ही तभी एचपीयू के हॉस्टल में ठहरने की सुविधा एचपीयू की ओर से दी जाएगी अगर वह अपने साथ डिस्टेंस सर्टिफिकेट ले कर आएंगे. इन छात्रों को एक ऐसा सर्टिफिकेट तहसीलदार लेवल के अधिकारी से लाना होगा जिसमें इस बात की पुष्टि होती हो की पीजी परीक्षाओं के लिए एचपीयू की ओर से जो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं छात्र के घर से उस परीक्षा केंद्र की दूरी 50 किलोमीटर की है.

यानी वह परीक्षा केंद्र छात्र के घर से 50 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है. इस तरह का डिस्टेंस सर्टिफिकेट लाने वाले छात्र को ही एचपीयू की ओर से परीक्षाओं के लिए हॉस्टल में रुकने की अनुमति दी जाएगी. जो भी छात्र बाहरी राज्यों से ओर प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से परीक्षा देने के लिए आएंगे उन्हें एचपीयू डीएसपी को रिपोर्ट करना होगा.

छात्रों के सभी तरह के दस्तावेजों की यहां जांच की जाएगी और अगर छात्र हॉस्टल में रहने के लिए तय नियमों के तहत पात्र होगा तभी उसे हॉस्टल में कमरा अलॉट किया जाएगा. हॉस्टल में जाने से पहले सेनिटोजेशन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी और हॉस्टल के कमरों को भी सेनिटाइज किया जाएगा. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह से ध्यान रखा जाएगा.

बता दें की एचपीयू में 52 के करीब छात्र ऐसे हैं जो बाहरी राज्यों से एचपीयू में पीजी की परीक्षा देने के लिए आएंगे. ऐसे में इन छात्रों की परीक्षाओं से जुड़ी व्यवस्था के साथ ही प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से परीक्षा के लिए आने वाले छात्रों की सुविधा के लिए हॉस्टल खोलने पर सहमति बीते कल की बैठक में बनी थी.

एचपीयू को इसके लिए सरकार की अनुमति का इंतजार था. अब जब अनुमति मिल गई है तो एचपीयू ने नियम तय कर इसकी अधिसूचना जारी कर दी है. एचपीयू के इस फैसले से छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी. छात्रों की जब तक परीक्षाएं होंगी तब तक वह एचपीयू के हॉस्टल में रुक सकेंगे और एचपीयू की ओर से ही छात्रों को खाना भी मुहैया करवाया जाएगा.

जो छात्र नहीं दे सकेंगे परीक्षा उनके लिए अलग से होगी परीक्षा

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से पीजी की जो परीक्षाएं करवाई जा रही हैं, अगर कोई छात्र कोविड-19 या किसी कारण से इन परीक्षाओं को नहीं दे पाता है तो एचपीयू इस तरह के छात्रों के लिए जब भी संभव होगा तब यह परीक्षाएं करवायेगा. कोविड-19 की परिस्थिति को देखते हुए एचपीयू इस बार छात्रों को राहत देने के लिए इस तरह के फैसले लिए हैं.

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से 15 सिंतबर से करवाई जाने वाली पीजी और डिप्लोमा कोर्सेज की परीक्षाओं के लिए बाहरी राज्यों से आने वाले और प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से परीक्षाएं देने के लिए आने वाले छात्रों को हॉस्टल में ठहरने की सुविधा दी जाएगी.

यह सुविधा उन्हीं छात्रों को मिलेगी जो पहले से ही एचपीयू के छात्रवासों में रह रहे है और उन्हें हॉस्टल अलॉट हैं. इन छात्रों को हॉस्टल की सुविधा देने के लिए एचपीयू की ओर से कुछ एक नियम तय किए गए हैं उन्हें पूरा करने पर ही छात्रों को हॉस्टल में परीक्षाओं के दौरान ठहराया जाएगा.

एचपीयू प्रशासन ने यह तय किया है कि जो छात्र बाहरी राज्यों से पीजी की परीक्षाएं देने के लिए आ रहे है उन छात्रों को अपने साथ रैपिड एंटीजन टेस्ट की नेगिटिव रिपोर्ट ले कर आना होगा. इसके बाद ही छात्रों को एचपीयू के हॉस्टल में रुकने के लिए कमरा दिया जाएगा.

इसके साथ ही प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से जो छात्र परीक्षा देने के लिए आएंगे उन्ही तभी एचपीयू के हॉस्टल में ठहरने की सुविधा एचपीयू की ओर से दी जाएगी अगर वह अपने साथ डिस्टेंस सर्टिफिकेट ले कर आएंगे. इन छात्रों को एक ऐसा सर्टिफिकेट तहसीलदार लेवल के अधिकारी से लाना होगा जिसमें इस बात की पुष्टि होती हो की पीजी परीक्षाओं के लिए एचपीयू की ओर से जो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं छात्र के घर से उस परीक्षा केंद्र की दूरी 50 किलोमीटर की है.

यानी वह परीक्षा केंद्र छात्र के घर से 50 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है. इस तरह का डिस्टेंस सर्टिफिकेट लाने वाले छात्र को ही एचपीयू की ओर से परीक्षाओं के लिए हॉस्टल में रुकने की अनुमति दी जाएगी. जो भी छात्र बाहरी राज्यों से ओर प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से परीक्षा देने के लिए आएंगे उन्हें एचपीयू डीएसपी को रिपोर्ट करना होगा.

छात्रों के सभी तरह के दस्तावेजों की यहां जांच की जाएगी और अगर छात्र हॉस्टल में रहने के लिए तय नियमों के तहत पात्र होगा तभी उसे हॉस्टल में कमरा अलॉट किया जाएगा. हॉस्टल में जाने से पहले सेनिटोजेशन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी और हॉस्टल के कमरों को भी सेनिटाइज किया जाएगा. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह से ध्यान रखा जाएगा.

बता दें की एचपीयू में 52 के करीब छात्र ऐसे हैं जो बाहरी राज्यों से एचपीयू में पीजी की परीक्षा देने के लिए आएंगे. ऐसे में इन छात्रों की परीक्षाओं से जुड़ी व्यवस्था के साथ ही प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों से परीक्षा के लिए आने वाले छात्रों की सुविधा के लिए हॉस्टल खोलने पर सहमति बीते कल की बैठक में बनी थी.

एचपीयू को इसके लिए सरकार की अनुमति का इंतजार था. अब जब अनुमति मिल गई है तो एचपीयू ने नियम तय कर इसकी अधिसूचना जारी कर दी है. एचपीयू के इस फैसले से छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी. छात्रों की जब तक परीक्षाएं होंगी तब तक वह एचपीयू के हॉस्टल में रुक सकेंगे और एचपीयू की ओर से ही छात्रों को खाना भी मुहैया करवाया जाएगा.

जो छात्र नहीं दे सकेंगे परीक्षा उनके लिए अलग से होगी परीक्षा

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से पीजी की जो परीक्षाएं करवाई जा रही हैं, अगर कोई छात्र कोविड-19 या किसी कारण से इन परीक्षाओं को नहीं दे पाता है तो एचपीयू इस तरह के छात्रों के लिए जब भी संभव होगा तब यह परीक्षाएं करवायेगा. कोविड-19 की परिस्थिति को देखते हुए एचपीयू इस बार छात्रों को राहत देने के लिए इस तरह के फैसले लिए हैं.

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