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पोस्ट कोविड केयर पर प्रदेश सरकार का फोकस, कोरोना से मुक्त होने पर करें ये काम - कम्यूनिटी लेवल पर एहतियात बरतने की जरूरत

हिमाचल सरकार अब कोरोना की रोकथाम के लिए पोस्ट कोविड केयर की तरफ भी ध्यान देगी. स्वास्थ्य विभाग की इस पहल से हिमाचल में कोरोना संक्रमण और इसके विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने में आसानी होगी. यह कवायद प्रदेश सरकार द्वारा पहली बार की जा रही है.

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Published : May 18, 2021, 2:54 PM IST

शिमला: हिमाचल में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को रोकने और एक्टिव केस की संख्या कम करने के प्रयास के साथ ही सरकार अब पोस्ट कोविड केयर की तरफ भी जोर देगी. स्वास्थ्य विभाग की इस पहल से हिमाचल में कोरोना संक्रमण और इसके विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने में आसानी होगी.

प्रदेश में इस समय कोरोना को मात देने वालों की संख्या सवा लाख होने वाली है. वहीं, अभी तक के आंकड़ों के हिसाब से हिमाचल में 1,24,434 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं. पोस्ट रिकवरी के समय में लोगों को शरीर में दर्द, थकान, गले में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की शिकायतें देखने को मिली हैं. ऐसे में राज्य सरकार ने पोस्ट कोविड फॉलोअप प्रोटोकॉल जारी किया है. यह कवायद प्रदेश सरकार द्वारा पहली बार की जा रही है.

स्वस्थ होने के बाद बरती जा रही लापरवाही
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार कोरोना संक्रमण का शिकार हुए लोगों को स्वस्थ होने के बाद भी मास्क का उचित प्रयोग करना जरूरी है. हाथों और मुंह की स्वच्छता के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखना होगा. देखा गया है कि कोरोना से स्वस्थ होने और फिर वैक्सीनेशन के बाद कई लोग लापरवाह हो रहे हैं.

आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श लेने की सलाह

कोरोना से स्वस्थ होने या फिर वैक्सीनेशन के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है. इसके अलावा दिन भर में गुनगुना पानी पीने की सलाह दी गई है. साथ ही ऐसी दवाओं का प्रयोग किया जाना चाहिए, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हो. इसके लिए व्यक्ति आयुर्वेदिक डॉक्टर्स की सलाह भी ले सकता है.

पोस्ट कोविड प्रोटोकॉल में योगाभ्यास, प्राणायाम करने की भी सलाह दी गई है. डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज का भी बेहतर रोल है. सुबह-शाम की सैर के लिए भी कहा गया है. कोरोना से स्वस्थ होने के बाद संतुलित आहार, गहरी नींद, और ताजा सब्जियों का सेवन करना चाहिए. यदि किसी को शुगर या हाई बीपी की शिकायत है तो उसे रोजाना शुगर लेवल और बीपी चैक करवाना चाहिए और डॉक्टर की सलाह से दवाई लेनी चाहिए. गले में दर्द की शिकायत पर डॉक्टर की तरफ से सुझाए गए उपाय के अनुसार गरारे करने चाहिए.

सामुदायिक स्तर पर एहतियात बरतने की जरूरत
वहीं, सामुदायिक पर भी एहतियात रखने की जरूरत है. स्वस्थ हुए व्यक्ति को समाज के साथ अपने अनुभव सांझा करने चाहिए और एक-दूसरे का हौसला बढ़ाना चाहिए. इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा भी लिया जा सकता है. देखा गया है कि मनोबल बढ़ाने वाले उदाहरण से लोगों को प्रेरणा मिलती है और वे कोविड से लड़ाई में खुद को मजबूत कर सकते हैं.

रेडक्रॉस सोसायटी के तहत परामर्श उपलब्ध

अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद एक सप्ताह के भीतर हेल्थ फॉलोअप के लिए डॉक्टर्स के पास जाना चाहिए. समय-समय पर उनकी सलाह लेनी चाहिए. यदि होम आइसोलेशन में चल रहे संक्रमितों को कोई समस्या आती है, तो तुरंत निकटवर्ती डॉक्टर की सलाह लें. राज्य सरकार ने भी कई तरह की सुविधाएं दी हैं. रेडक्रॉस सोसायटी के तहत भी परामर्श उपलब्ध है. जरूरत के अनुसार आयुर्वेद के डॉक्टर्स की सलाह भी लेनी चाहिए.

ये भी पढ़ें: कर्फ्यू में ढील के दौरान लापरवाह दिखे लोग, पुलिस ने की ये अपील

शिमला: हिमाचल में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को रोकने और एक्टिव केस की संख्या कम करने के प्रयास के साथ ही सरकार अब पोस्ट कोविड केयर की तरफ भी जोर देगी. स्वास्थ्य विभाग की इस पहल से हिमाचल में कोरोना संक्रमण और इसके विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने में आसानी होगी.

प्रदेश में इस समय कोरोना को मात देने वालों की संख्या सवा लाख होने वाली है. वहीं, अभी तक के आंकड़ों के हिसाब से हिमाचल में 1,24,434 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं. पोस्ट रिकवरी के समय में लोगों को शरीर में दर्द, थकान, गले में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की शिकायतें देखने को मिली हैं. ऐसे में राज्य सरकार ने पोस्ट कोविड फॉलोअप प्रोटोकॉल जारी किया है. यह कवायद प्रदेश सरकार द्वारा पहली बार की जा रही है.

स्वस्थ होने के बाद बरती जा रही लापरवाही
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार कोरोना संक्रमण का शिकार हुए लोगों को स्वस्थ होने के बाद भी मास्क का उचित प्रयोग करना जरूरी है. हाथों और मुंह की स्वच्छता के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखना होगा. देखा गया है कि कोरोना से स्वस्थ होने और फिर वैक्सीनेशन के बाद कई लोग लापरवाह हो रहे हैं.

आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श लेने की सलाह

कोरोना से स्वस्थ होने या फिर वैक्सीनेशन के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है. इसके अलावा दिन भर में गुनगुना पानी पीने की सलाह दी गई है. साथ ही ऐसी दवाओं का प्रयोग किया जाना चाहिए, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हो. इसके लिए व्यक्ति आयुर्वेदिक डॉक्टर्स की सलाह भी ले सकता है.

पोस्ट कोविड प्रोटोकॉल में योगाभ्यास, प्राणायाम करने की भी सलाह दी गई है. डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज का भी बेहतर रोल है. सुबह-शाम की सैर के लिए भी कहा गया है. कोरोना से स्वस्थ होने के बाद संतुलित आहार, गहरी नींद, और ताजा सब्जियों का सेवन करना चाहिए. यदि किसी को शुगर या हाई बीपी की शिकायत है तो उसे रोजाना शुगर लेवल और बीपी चैक करवाना चाहिए और डॉक्टर की सलाह से दवाई लेनी चाहिए. गले में दर्द की शिकायत पर डॉक्टर की तरफ से सुझाए गए उपाय के अनुसार गरारे करने चाहिए.

सामुदायिक स्तर पर एहतियात बरतने की जरूरत
वहीं, सामुदायिक पर भी एहतियात रखने की जरूरत है. स्वस्थ हुए व्यक्ति को समाज के साथ अपने अनुभव सांझा करने चाहिए और एक-दूसरे का हौसला बढ़ाना चाहिए. इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा भी लिया जा सकता है. देखा गया है कि मनोबल बढ़ाने वाले उदाहरण से लोगों को प्रेरणा मिलती है और वे कोविड से लड़ाई में खुद को मजबूत कर सकते हैं.

रेडक्रॉस सोसायटी के तहत परामर्श उपलब्ध

अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद एक सप्ताह के भीतर हेल्थ फॉलोअप के लिए डॉक्टर्स के पास जाना चाहिए. समय-समय पर उनकी सलाह लेनी चाहिए. यदि होम आइसोलेशन में चल रहे संक्रमितों को कोई समस्या आती है, तो तुरंत निकटवर्ती डॉक्टर की सलाह लें. राज्य सरकार ने भी कई तरह की सुविधाएं दी हैं. रेडक्रॉस सोसायटी के तहत भी परामर्श उपलब्ध है. जरूरत के अनुसार आयुर्वेद के डॉक्टर्स की सलाह भी लेनी चाहिए.

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