शिमला: बीजेपी और मोदी कैबिनेट में अनुराग ठाकुर का कद और बढ़ गया है. अनुराग ठाकुर ने बुधवार को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. इस तरक्की से पहले अनुराग ठाकुर का पार्टी ने इम्तिहान भी लिया और वो हर परीक्षा में खरे उतरे.
पिछले साल जम्मू-कश्मीर में पहली बार डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट काउंसिल के चुनाव कमल निखर कर सामने आया था. डीडीसी चुनाव में बीजेपी ने अनुराग ठाकुर को प्रभारी नियुक्त किया था. अनुराग ठाकुर ने बखूबी से जिम्मेदारी को निभा कर अपना लोहा मनवाया था.
अनुराग ठाकुर ने चुनाव के लिए खास टीम तैयार की थी. हर इलाके की परिस्थितियों के अनुसार चुनाव प्रबंधन को अंतिम रूप दिया गया. कार्यकर्ताओं को अलग-अलग काम बांटे गए. आम जनता को मोदी सरकार की जेएंडके के प्रति लगाव की बात बताई गई. सात दशक बाद स्थानीय चुनाव की अहमियत का जिक्र किया गया.
खुद अनुराग ठाकुर ने सभी के साथ नियमित सम्पर्क बनाकर रोजाना के प्रचार का फीडबैक लिया. ये टीम अनुराग की रणनीति का ही कमाल था कि घाटी में भी 3 सीट के साथ कमल खिला. कुल 280 सीटों के लिए हुए चुनाव में से बीजेपी को 74 सीटें (27%) और 4.87 लाख (8.54%) वोट मिले थे, लेकिन इसमें यह तथ्य बहुत महत्वपूर्ण है कि बीजेपी कुल 183 सीटों पर ही चुनाव लड़ी थी. इसके साथ ही अनुराग ठाकुर संसद में भी विपक्ष के तीखे हमलों का जवाब देकर सरकार की ढाल बने.
अनुराग ठाकुर को बड़ी जिम्मेदारी देने का दूसरा बड़ा कारण अगले साल हिमाचल में होने वाले विधानसभा चुनाव हैं. इसलिए अनुराग ठाकुर को मोदी कैबिनेट में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी की जा रही है. बहुत कम समय में ही अनुराग ठाकुर बीजेपी के दिग्गज नेताओं की अग्रिम पंक्ति में शामिल हो चुके हैं.
बुधवार को कैबिनेट विस्तार में उनका प्रमोशन हो गया है. इसके साथ ही अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इसका फायद भी मिलेगा. अनुराग का प्रमोशन साफ दिखाता है कि बीजेपी अगले चुनाव में बीजेपी अनुराग को बड़े चेहरे के तौर पर भुनाने की तैयारी में है.
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