शिमला: राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है. भारत में बनीं दोनों वैक्सीन सुरक्षित हैं और उम्र के हिसाब से सभी पात्र लोगों को बिना किसी डर के टीका लगवाना चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राजभवन भी अहम भूमिका निभा रहा है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू के साथ देश के सभी राज्यपाल वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए राजभवनों की भूमिका को भी रेखांकित किया है. हिमाचल राजभवन भी इस लड़ाई में अपना योगदान दे रहा है. शिमला में राजभवन में ईटीवी से बातचीत में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि समाज के सभी वर्ग मिलकर इस लड़ाई को जीतेंगे. जिस तरह महामारी की पहली लहर को जागरुकता और सभी के सहयोग से परास्त किया था, इस बार दूसरी लहर के खिलाफ भी ऐसी ही लड़ाई की जरूरत है.
'प्रदेश सरकार के प्रतिनिधियों से राजभवन निरंतर संपर्क में रहता है'
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश सरकार के प्रतिनिधियों से राजभवन निरंतर संपर्क में रहता है. बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि वे खुद वर्चुअल माध्यम से शिक्षण संस्थानों, स्वयंसेवी संस्थाओं, यूनिवर्सिटी प्रशासन, श्रमिक संगठनों व सामाजिक संगठनों के साथ नियमित रूप से संवाद करते हैं.
'45 साल से अधिक की आयु के लोग वैक्सीन लगवाएं'
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमितों के इलाज की हरसंभव व्यवस्था कर रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव में वैक्सीनेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील की है कि जो लोग 45 साल से अधिक की आयु के हैं, उन्हें बिना किसी डर के टीकाकरण करवाना चाहिए.
बिना किसी भय के समय पर टीका लगवाना चाहिए
उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन व कोविशील्ड, ये दोनों सुरक्षित वैक्सीन हैं. प्रदेश की जनता को बिना किसी भय के समय पर टीका लगवाना चाहिए. राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील की है कि कोरोना के इस संकटपूर्ण समय में प्रशासन को सहयोग दिया जाए. कोरोना नियमों का पालन किया जाए और सावधानी बरती जाए.
'डिजिटल पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत'
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि पर्यटन हिमाचल की आर्थिकी का महत्वपूर्ण हिस्सा है. कोरोना काल में डिजिटल पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि उत्तर भारत के धार्मिक पर्यटन स्थलों को दक्षिण भारत के साथ जोड़ने की जरूरत है. इस बारे में उनकी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से चर्चा हुई है. कोरोना महामारी का दौर थमने और इससे राहत मिलने पर धार्मिक टूरिज्म सर्किट की योजनाओं पर तेजी से काम हो सकेगा.
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