शिमला: जनजातीय जिला किन्नौर में रुक-रुक कर बर्फबारी का दौर जारी है, जिससे जिले के कल्पा में 8 इंच, सांगला में 9 इंच, छितकुल में एक फिट, ठंगी, कुंनोरचारनग में 8 इंच, हांगो, चांगो, चुलिंग, शकलखर, नाको, निषंग में आधा फिट बर्फबारी दर्ज की गई है.
बता दें कि जिले के निचले इलाके टापरी, पवारी, भावानगर, निगुलसारी, चौरा में बारिश हुई है, जिससे पहाड़ों से मलबा गिरने का खतरा बना हुआ है. वहीं ऊपरी इलाकों में बर्फबारी के कारण वाहनों की आवाजाही ठप है.
किन्नौर में बर्फबारी जारी
जिले में हो रही बर्फबारी से शीतलहर बढ़ गयी है, जिससे लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे है. दूसरी ओर जिला के सभी ग्लेशियर पॉइंट्स पर भी ग्लेशियर का खतरा बना हुआ है. रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी से किसानों और बागवानों में तो खुशी की लहर है, लेकिन ठंड के कारण पानी की पाइप लाइनें भी जम चुकी है और लोगों को प्राकृतिक जल स्त्रोतों से पानी लाना पड़ रहा है.
बता दें कि बर्फबारी के कारण सभी सम्पर्क मार्गों व एनएच पर खतरा बना हुआ है, जिससे जिले के कई सम्पर्क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप है और हिमाचल पथ परिवहन की कुछ बस लोकल रूट पर फंसी हुई हैं.
किन्नौर में बर्फबारी जारी
बर्फबारी की वजह से डीसी किन्नौर गोपाल चन्द ने हिदायत दी थी कि लोग ग्लेशियर पॉइंट के आसपास न जाएं. वहीं, बस अड्डा प्रभारी ने बताया कि बर्फबारी के कारण सड़कों पर फिसलन हो रही है जैसे ही मौसम ठीक होगा बसों को लोकल सम्पर्क मार्गों पर चलाया जाएगा.