शिमला: आजाद भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी ने उनकी फोटो के साथ छेड़खानी करने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मैं चौकीदार नहीं बल्कि रिटायर्ड मास्टर हूं और वोट देना मेरा अधिकार है.
श्याम सरन नेगी ने कहा कि जब मुझे पता चला कि किसी ने मेरी फोटो के साथ छेड़खानी की है तो मैं थोड़ा परेशान हुआ था. नेगी ने कहा कि मैं पेंशन के सहारे जीवन गुजर-बसर कर रहा हूं. मुझे मालूम नहीं था कि बीजेपी ने 'मैं भी चौकीदार' नाम का कोई अभियान चलाया है.
नेगी ने कहा कि जब उनकी फोटो 'मैं भी चौकीदार' स्लोगन के साथ सामने आई तो प्रशासन ने मुझे इस बारे में अवगत करवाया. उन्होंने कहा कि शुरू में मुझे थोड़ा अजीब लगा. नेगी ने कहा कि वो न तो मोबाइल का प्रयोग करते हैं और न ही उन्होंने अपनी फोटो को पोस्ट करने की इजाजत किसी को दी है.
आजाद भारत के पहले मतदाता ने कहा कि चौकीदार शब्द और मेरा नाम किसी पार्टी से जोड़ना थोड़ा अजीब है, लेकिन बाद में बीजेपी आईटी सेल के नेता ने जब उनसे माफी मांगी तो उन्होंने उसे माफ भी कर दिया है. वहीं, नेगी ने लोगों से अपील की है कि वो इस लोकसभा चुनाव में अपने मत का प्रयोग जरूर करें.
बता दें कि बीजेपी नेता रवि राणा ने श्याम सरन नेगी का फोटो उनकी सहमति के बिना 'मैं भी चौकीदार' कैप्शन के साथ इस्तेमाल किया था, जिसके खिलाफ निर्वाचन आयोग ने कार्रवाई करते हुए नोटिस भेजा था. श्याम सरन नेगी ने भी लिखित तौर पर ये स्पष्ट किया था कि उन्होंने किसी को अपना फोटो इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी थी और केवल चुनाव आयोग उनकी फोटो इस्तेमाल कर सकता है. वहीं, रवि राणा ने अपनी गलती के लिए निर्वाचन आयोग और श्याम सरन नेगी से माफी मांगी थी.
रवि राणा बीजेपी आईटी सैल के पूर्व संयोजक थे. उन्होंने अपने वेरीफाई ट्विटर एकाउंट से श्याम सरन नेगी की फोटो को 'मैं भी चौकीदार' कैप्शन के साथ ट्वीट किया था.