शिमला: हिमाचल मानसून सत्र के दूसरे दिन जिला परिषद कर्मचारियों ने विधानसभा के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान सैंकड़ों कर्मचारी अपने वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर चौड़ा मैदान में धरने पर बैठ गए. प्रदेश भर से आए जिला परिषद, पंचायत के लगभग 4500 कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने हमसे वादा किया, लेकिन अभी तक पूरा नहीं किया है. इसलिए उन्हें मजबूरन आज विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करना पड़ रहा है. हिमाचल जिला परिषद कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बताया कि सरकार से उनकी मांग है कि उनकी वेतन विसंगतिया दूर किया जाए. उनका कहना था कि 2022 में उनका वेतन फिक्स कर दिया गया था, लेकिन अभी तक न भत्ता दिया जा रहा है और ना ही छठा वेतन आयोग का लाभ दिया जा रहा है.
राजेश ने बताया कि वह अपनी मांग मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के सामने रख रहे हैं, अगर उन्हें कोई ठोस आश्वासन दिया जाता है और उनकी मांग मानी ली जाती है तो यह प्रदर्शन खत्म कर देंगे. नहीं तो यही पर धरना देकर बैठे रहेंगे. उन्होंने कहा लगभग 4500 कर्मचारी हैं, जो जिला परिषद के तहत वेतन विसंगतियों से जूझ रहे हैं. उन्होंने सरकार से अपनी मांगों को जल्द पूरा करने को कहा.
बता दें कि आज सुबह से ही कर्मचारी चौड़ा मैदान में इक्कठे होने लगे थे. दोपहर तक प्रदेश भर से सैंकड़ों कर्मचारी यहां जमा हो गए. उन्होंने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. इस दौरान चौड़ा मैदान से होकर जाने वाली गाड़ियों का भी लंबा जाम लगा रहा. पुलिस मौके पर व्यवस्था बनाती रही.
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