शिमला: व्यापार मंडल शिमला दो फाड़ हो गया है. चुनाव समिति के पदाधिकारियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही कार्यकारणी को बर्खास्त कर कारोबारियों की समस्याओं का निपटारा करने के लिए नए व्यापार मंडल की एडहॉक कमेटी का गठन किया है, जिसकी कमान कंवलजीत सिंह को सौंपी गई है.
यह कमेटी 13 मार्च 2021 तक व्यापार मंडल का काम करेगी साथ ही इस दौरान चुनाव की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा. यही कमेटी नई मतदाता सूचियां तैयार करेगी. मंगलवार को शिमला में चुनाव समिति के अध्यक्ष अश्वनी मिनोचा ने पत्रकार वार्ता कर शिमला व्यापार मंडल को बर्खास्त कर नई एडहॉक कमेटी को कार्यभार सौंपा है.
अश्वनी मिनोचा ने कहा कि अब नए कमेटी ही अगले 6 महीनों के लिए काम संभालेगी और कारोबारियों की समस्याओं का निपटारा करेगी. इंद्रजीत सिंह समर्थित व्यापर मंडल को समिति ने बर्खास्त कर दिया है. यदि व्यापार मंडल कोर्ट में मामले को चुनौती देगा तो चुनाव समिति भी कोर्ट जाएगी और अपना पक्ष रखेगी.
अश्वनी मिनोचा ने कहा कि 2013 में व्यापार मंडल के चुनाव करवाए गए थे. चुनाव समिति ने निष्पक्ष तरीके से चुनाव करवाए थे, लेकिन अब कार्यकाल को खत्म हुए 4 साल से भी अधिक का समय हो गया है, लेकिन व्यापार मंडल के पदाधिकारी अभी भी चुनाव को टालने में लगे हुए हैं.
व्यापार मंडल शहर के कारोबारियों को साथ लेकर नहीं चल रहा है, लेकिन अपना हित साधने में लगा हुआ है. ऐसे में इस मंडल को भंग कर नई कार्यकारिणी बनाई गई है. यह कमेटी जनरल हाऊस बुलाएगी और नई मतदाता सूची तैयार करेगी.
चुनाव समिति ने आरोप लगाया है कि व्यापार मंडल ने शहर के कारोबारियों से 500-500 रुपए इक्ट्ठा किए हैं. ये पैसा कहां गया व्यापार मंडल इस पैसे का हिसाब दे. साथ ही इसका ऑडिट करवाया जाए ताकि पैस कहां खर्च किए गए हैं इसका पता चल सके.