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Shimla Urban Seat: क्या चौथी बार खिल पाएगा शिमला में कमल, भाजपा के सामने जीत बरकरार रखने की चुनौती

हिमाचल में 14वीं विधानसभा के लिए 12 नवंबर को वोटिंग हो चुकी है. अब 8 दिसंबर को नजीते आने हैं. शिमला विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां इस बार 63.93 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. इस सीट कांग्रेस प्रत्याशी हरीश जनारथा, भाजपा से संजय सूद और सीपीएम के टिकेंद्र पंवर मैदान में हैं. (Shimla Assembly Constituency) (Himachal Pradesh elections result 2022)

Shimla Assembly Constituency
शिमला विधानसभा क्षेत्र
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Published : Nov 16, 2022, 7:15 AM IST

Updated : Nov 16, 2022, 10:07 AM IST

शिमला: शिमला सीट पर मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है. यहां भाजपा ने चाय की दुकान चलाने वाले संजय सूद को चुनावी रण में उतारा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश जनारथा तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, सीपीएम ने भी टिकेंद्र पंवर को चुनावी दंगल में उतारा है. ऐसे में टिकेंद्र पंवर भी चुनावी समीकरण को प्रभावित करेंगे. 12 नवंबर को हुई वोटिंग के अनुसार शिमला विधानसभा क्षेत्र में अबकी बार 62.53 प्रतिशत मतदान रहा. ऐसे में अब जनता ने किस प्रत्याशी पर सबसे ज्यादा भरोसा जताया है ये तो 8 दिसंबर को ही पता चल पाएगा. (Shimla Urban Seat) (Congress and BJP Candidate in Shimla Urban)

कौन है भाजपा प्रत्याशी संजय सूद- भाजपा के प्रत्याशी संजय सूद कारोबारी समुदाय से संबंध रखते हैं. उनकी शिमला ओल्ड बस स्टैंड पर चाय की दुकान है. शिमला शहर में कारोबारी तबका एक बड़ा वोटर है. इनमें शोरूम, दुकानें, होटल रेस्टोरेंट, ढाबे चलाने वाले कारोबारी शामिल हैं, करीब चार से पांच हजार वोट इसी तबके के हैं. भाजपा ने शिमला शहर से प्रत्याशी देते समय इस बात को ध्यान में जरूर रखा है. शिमला में अभी तक कारोबारी तबके का एक बार विधायक रहा है.

संजय सूद के पास है इतनी संपत्ति- संजय सूद ने 1985 में हिमाचल प्रदेश विवि से बीए की है . संजय सूद के पास चल संपत्ति 53 लाख 94 हजार है और अचल संपत्ति 1 करोड़ 45 लाख है. पूर्व विधायक आदर्श कुमार 1996 में यहां से विधायक बने थे. करीब 26 साल बाद फिर से इस तबके का कोई प्रत्याशी चुनावी मैदान हैं. अगर यह फैक्टर पूरी तरह से काम कर गया तो यहां से भाजपा प्रत्याशी की जीत ज्यादा पक्की मानी जा सकती है. संजय सूद की बात करें तो वह शिमला नगर निगम के एक बार चुने हुए तो एक बार नॉमिनेटेड पार्षद रह चुके हैं. अभी वह पार्टी में कोषाध्यक्ष के पद पर तैनात थे. (Himachal Pradesh Election date) (HP election 2022) (who is Sanjay Sood)

कौन है कांग्रेस प्रत्याशी हरीश जनारथा- शिमला में ऊपरी शिमला से भी काफी संख्या में वोटर हैं. हालांकि इस बार काफी वोट यहां से शिफ्ट भी हुए हैं, मगर इसके बाद भी यहां बड़ी संख्या में सेब बागवान और अन्य लोग रहते हैं. हरीश जनारथा ऊपरी शिमला के हैं. ऐसे में कांग्रेस ने इस फैक्टर को भुनाने की भी कोशिश की है. हरीश जनारथा कांग्रेस में वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं और इससे पहले वह शिमला के डिप्टी मेयर और पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं.

हरीश जनारथा के पास है इतनी संपत्ति- हरीश जनारथा की तो इनके पास चल संपत्ति 2 करोड़ 21 लाख है और अचल संपत्ति 2 करोड़ 30 लाख है. हरीश जनारथा ने पंजाब यूनिवर्सिटि से अपनी ग्रेजुएशन की है. (who is Harish Janartha)

कौन है सीपीएम प्रत्याशी टिकेंद्र पंवर- सीपीएम ने अबकी बार टिकेंद्र पंवर को चुनावी मैदान में उतारा है. वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भी इस सीट से माकपा प्रत्याशी टिकेंद्र पंवर चुनाव लड़ चुके हैं. वह पहले शिमला नगर निगम के डिप्टी मेयर रह चुके हैं, टिकेंद्र पंवर छात्र नेता रहे हैं. सीपीएम का शिमला में एक बड़ा वोटर होटल कर्मी, मजदूर, रेहड़ी फड़ी वालों के साथ कॉलेज और विश्वविद्यालय में छात्र है. उल्लेखनीय है कि शिमला नगर निगम के 2012 के चुनाव में सीपीएम ने मेयर और डिप्टी मेयर सीट पर कब्जा किया था. यही नहीं शिमला शहरी क्षेत्र से 1993 में राकेश सिंघा सीपीएम के विधायक रह चुके हैं. टिकेंद्र पंवर ने संजौली कॉलेज से ग्रेजुएशन की है. (HP election 2022) (who is Tikender Panwar)

7 उम्मीदवार मैदान में, 62.53 प्रतिशत रहा मतदान- शिमला शहर में सात उम्मीदवार अबकी बार चुनाव मैदान में हैं. इनमें हरीश जनारथा (कांग्रेस) संजय सूद (भाजपा), टिकेंद्र पंवर (माकपा), चमन राकेश (आप), राकेश कुमार गिल (बसपा), कल्याण सिंह (आरडीपी), अभिषेक बरोवालिया (निर्दलीय) शामिल हैं, लेकिन असली मुकाबला दो बड़ी पार्टियों भाजपा और कांग्रेस में ही बताया जा रहा है. सीपीएम के टिकेंद्र पंवर भी अच्छे खासे वोट यहां से ले सकते हैं. बाकी उम्मीदवारों को बहुत ही कम वोट मिलने के आसार हैं. (Himachal Pradesh poll result) (Himachal Pradesh elections Exit Polls)

ये थे शिमला शहर से जनता के मुद्दे- 2022 के विधानसभा चुनावों में बेरोजगारी और महंगाई का मुद्दा पूरी तरह से गुंजा. शिमला शहर से जनता महंगाई और बेरोजगारी को लेकर भी खूब बोली. शहर में अन्य समस्याओं की बात की जाए तो सड़कों की खस्ता हाल, पानी की समस्या व पार्किंग को लेकर भी लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी. वहीं, शिमला शहर की जनता बंदरों के आतंक और बेसहारा पशुओं से भी परेशान है.

पिछली बार की तुलना में अबकी बार कम रही वोटिंग- शिमला विधानसभा क्षेत्र में अबकी बार 62.53 प्रतिशत मतदान रहा जो कि पिछले साल की तुलना में कम है. यहां पर कुल 48503 मतदाताओं में से 30329 ने मतदान किया, जिनमें 15825 पुरुष और 14504 महिला मतदाता शामिल हैं. इसके विपरीत 2017 के विधानसभा चुनाव में 63.93 फीसदी मतदान हुआ था. तब कुल 50424 मतदाताओं में से 32403 मतदाताओं (सर्विस वोटर मिलाकर) ने मतदान किया था. (Voting in Shimla Urban Seat) (Candidate in Shimla Urban )

2017 में कांग्रेस को मिले थे मात्र 8.27 फीसदी मत- शिमला शहर की विधानसभा क्षेत्र में पिछले चुनाव में कांग्रेस पार्टी की बुरी तरह से शिकस्त हुई थी. एक ओर जहां बीजेपी के सुरेश भारद्वाज को 2017 में 43.24 फीसदी मत मिले थे, वहीं कांग्रेस के हरभजन सिंह भज्जी मात्र 8.27 फीसदी मत ही ले पाए थे. हरीश जनारथा ने निर्दलीय तब 37.37 फीसदी मत हासिल किए थे. सीपीएम के संजय चौहान 9.40 प्रतिशत मत मिले थे. (Himachal Pradesh elections 2022) (Himachal Pradesh elections result 2022)

जेपी नड्डा, पुष्कर धामी, सीताराम येचुरी ने किया प्रचार- शिमला में अबकी बार प्रचार के लिए कुछ बड़े स्टार प्रचारक आए. इनमें जेपी नड्डा ने भाजपा प्रत्याशी संजय सूद के लिए रोड शो किया. इसके अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने भी भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया . मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी शिमला में जनसभा की. माकपा प्रत्याशी टिकेंद्र पंवर के लिए सीपीएम के केंद्रीय नेता सीताराम येचुरी प्रचार के लिए शिमला आए थे.

क्या शिमला में चौथी बार कमल का फूल खिल पाएगा? भाजपा के सामने इस बार शिमला शहरी सीट को बरकरार रखने की चुनौती है. भाजपा इस सीट को लगातार तीन बार जीत चुकी है, लेकिन इस बार यहां परिस्थितियां अलग हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता और शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज 2007 से लगातार यहां से जीतते आए, लेकिन भाजपा ने अबकी बार उनको कसुम्पटी विधानसभा सीट से टिकट दिया.

ऐसे में शिमला से भाजपा ने नए प्रत्याशी संजय सूद को चुनावी रण में उतारा है. वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश जनारथा तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. सीपीएम ने भी टिकेंद्र पंवर को चुनावी दंगल में उतारा है. टिकेंद्र पंवर पूर्व में शिमला नगर निगम के डिप्टी मेयर रह चुके हैं. इसके अलावा यहां से अन्य छोटी पार्टियों और निर्दलीय भी चुनावी मैदान में हैं. (Shimla Urban Seat) (Congress and BJP Candidate in Shimla Urban)

ये भी पढ़ें: मंडी सदर सीट: अनिल शर्मा और चंपा ठाकुर में से कौन मारेगा बाजी ? या प्रवीण शर्मा पर जनता जताएगी भरोसा

शिमला: शिमला सीट पर मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है. यहां भाजपा ने चाय की दुकान चलाने वाले संजय सूद को चुनावी रण में उतारा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश जनारथा तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, सीपीएम ने भी टिकेंद्र पंवर को चुनावी दंगल में उतारा है. ऐसे में टिकेंद्र पंवर भी चुनावी समीकरण को प्रभावित करेंगे. 12 नवंबर को हुई वोटिंग के अनुसार शिमला विधानसभा क्षेत्र में अबकी बार 62.53 प्रतिशत मतदान रहा. ऐसे में अब जनता ने किस प्रत्याशी पर सबसे ज्यादा भरोसा जताया है ये तो 8 दिसंबर को ही पता चल पाएगा. (Shimla Urban Seat) (Congress and BJP Candidate in Shimla Urban)

कौन है भाजपा प्रत्याशी संजय सूद- भाजपा के प्रत्याशी संजय सूद कारोबारी समुदाय से संबंध रखते हैं. उनकी शिमला ओल्ड बस स्टैंड पर चाय की दुकान है. शिमला शहर में कारोबारी तबका एक बड़ा वोटर है. इनमें शोरूम, दुकानें, होटल रेस्टोरेंट, ढाबे चलाने वाले कारोबारी शामिल हैं, करीब चार से पांच हजार वोट इसी तबके के हैं. भाजपा ने शिमला शहर से प्रत्याशी देते समय इस बात को ध्यान में जरूर रखा है. शिमला में अभी तक कारोबारी तबके का एक बार विधायक रहा है.

संजय सूद के पास है इतनी संपत्ति- संजय सूद ने 1985 में हिमाचल प्रदेश विवि से बीए की है . संजय सूद के पास चल संपत्ति 53 लाख 94 हजार है और अचल संपत्ति 1 करोड़ 45 लाख है. पूर्व विधायक आदर्श कुमार 1996 में यहां से विधायक बने थे. करीब 26 साल बाद फिर से इस तबके का कोई प्रत्याशी चुनावी मैदान हैं. अगर यह फैक्टर पूरी तरह से काम कर गया तो यहां से भाजपा प्रत्याशी की जीत ज्यादा पक्की मानी जा सकती है. संजय सूद की बात करें तो वह शिमला नगर निगम के एक बार चुने हुए तो एक बार नॉमिनेटेड पार्षद रह चुके हैं. अभी वह पार्टी में कोषाध्यक्ष के पद पर तैनात थे. (Himachal Pradesh Election date) (HP election 2022) (who is Sanjay Sood)

कौन है कांग्रेस प्रत्याशी हरीश जनारथा- शिमला में ऊपरी शिमला से भी काफी संख्या में वोटर हैं. हालांकि इस बार काफी वोट यहां से शिफ्ट भी हुए हैं, मगर इसके बाद भी यहां बड़ी संख्या में सेब बागवान और अन्य लोग रहते हैं. हरीश जनारथा ऊपरी शिमला के हैं. ऐसे में कांग्रेस ने इस फैक्टर को भुनाने की भी कोशिश की है. हरीश जनारथा कांग्रेस में वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं और इससे पहले वह शिमला के डिप्टी मेयर और पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं.

हरीश जनारथा के पास है इतनी संपत्ति- हरीश जनारथा की तो इनके पास चल संपत्ति 2 करोड़ 21 लाख है और अचल संपत्ति 2 करोड़ 30 लाख है. हरीश जनारथा ने पंजाब यूनिवर्सिटि से अपनी ग्रेजुएशन की है. (who is Harish Janartha)

कौन है सीपीएम प्रत्याशी टिकेंद्र पंवर- सीपीएम ने अबकी बार टिकेंद्र पंवर को चुनावी मैदान में उतारा है. वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भी इस सीट से माकपा प्रत्याशी टिकेंद्र पंवर चुनाव लड़ चुके हैं. वह पहले शिमला नगर निगम के डिप्टी मेयर रह चुके हैं, टिकेंद्र पंवर छात्र नेता रहे हैं. सीपीएम का शिमला में एक बड़ा वोटर होटल कर्मी, मजदूर, रेहड़ी फड़ी वालों के साथ कॉलेज और विश्वविद्यालय में छात्र है. उल्लेखनीय है कि शिमला नगर निगम के 2012 के चुनाव में सीपीएम ने मेयर और डिप्टी मेयर सीट पर कब्जा किया था. यही नहीं शिमला शहरी क्षेत्र से 1993 में राकेश सिंघा सीपीएम के विधायक रह चुके हैं. टिकेंद्र पंवर ने संजौली कॉलेज से ग्रेजुएशन की है. (HP election 2022) (who is Tikender Panwar)

7 उम्मीदवार मैदान में, 62.53 प्रतिशत रहा मतदान- शिमला शहर में सात उम्मीदवार अबकी बार चुनाव मैदान में हैं. इनमें हरीश जनारथा (कांग्रेस) संजय सूद (भाजपा), टिकेंद्र पंवर (माकपा), चमन राकेश (आप), राकेश कुमार गिल (बसपा), कल्याण सिंह (आरडीपी), अभिषेक बरोवालिया (निर्दलीय) शामिल हैं, लेकिन असली मुकाबला दो बड़ी पार्टियों भाजपा और कांग्रेस में ही बताया जा रहा है. सीपीएम के टिकेंद्र पंवर भी अच्छे खासे वोट यहां से ले सकते हैं. बाकी उम्मीदवारों को बहुत ही कम वोट मिलने के आसार हैं. (Himachal Pradesh poll result) (Himachal Pradesh elections Exit Polls)

ये थे शिमला शहर से जनता के मुद्दे- 2022 के विधानसभा चुनावों में बेरोजगारी और महंगाई का मुद्दा पूरी तरह से गुंजा. शिमला शहर से जनता महंगाई और बेरोजगारी को लेकर भी खूब बोली. शहर में अन्य समस्याओं की बात की जाए तो सड़कों की खस्ता हाल, पानी की समस्या व पार्किंग को लेकर भी लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी. वहीं, शिमला शहर की जनता बंदरों के आतंक और बेसहारा पशुओं से भी परेशान है.

पिछली बार की तुलना में अबकी बार कम रही वोटिंग- शिमला विधानसभा क्षेत्र में अबकी बार 62.53 प्रतिशत मतदान रहा जो कि पिछले साल की तुलना में कम है. यहां पर कुल 48503 मतदाताओं में से 30329 ने मतदान किया, जिनमें 15825 पुरुष और 14504 महिला मतदाता शामिल हैं. इसके विपरीत 2017 के विधानसभा चुनाव में 63.93 फीसदी मतदान हुआ था. तब कुल 50424 मतदाताओं में से 32403 मतदाताओं (सर्विस वोटर मिलाकर) ने मतदान किया था. (Voting in Shimla Urban Seat) (Candidate in Shimla Urban )

2017 में कांग्रेस को मिले थे मात्र 8.27 फीसदी मत- शिमला शहर की विधानसभा क्षेत्र में पिछले चुनाव में कांग्रेस पार्टी की बुरी तरह से शिकस्त हुई थी. एक ओर जहां बीजेपी के सुरेश भारद्वाज को 2017 में 43.24 फीसदी मत मिले थे, वहीं कांग्रेस के हरभजन सिंह भज्जी मात्र 8.27 फीसदी मत ही ले पाए थे. हरीश जनारथा ने निर्दलीय तब 37.37 फीसदी मत हासिल किए थे. सीपीएम के संजय चौहान 9.40 प्रतिशत मत मिले थे. (Himachal Pradesh elections 2022) (Himachal Pradesh elections result 2022)

जेपी नड्डा, पुष्कर धामी, सीताराम येचुरी ने किया प्रचार- शिमला में अबकी बार प्रचार के लिए कुछ बड़े स्टार प्रचारक आए. इनमें जेपी नड्डा ने भाजपा प्रत्याशी संजय सूद के लिए रोड शो किया. इसके अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने भी भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया . मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी शिमला में जनसभा की. माकपा प्रत्याशी टिकेंद्र पंवर के लिए सीपीएम के केंद्रीय नेता सीताराम येचुरी प्रचार के लिए शिमला आए थे.

क्या शिमला में चौथी बार कमल का फूल खिल पाएगा? भाजपा के सामने इस बार शिमला शहरी सीट को बरकरार रखने की चुनौती है. भाजपा इस सीट को लगातार तीन बार जीत चुकी है, लेकिन इस बार यहां परिस्थितियां अलग हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता और शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज 2007 से लगातार यहां से जीतते आए, लेकिन भाजपा ने अबकी बार उनको कसुम्पटी विधानसभा सीट से टिकट दिया.

ऐसे में शिमला से भाजपा ने नए प्रत्याशी संजय सूद को चुनावी रण में उतारा है. वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश जनारथा तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. सीपीएम ने भी टिकेंद्र पंवर को चुनावी दंगल में उतारा है. टिकेंद्र पंवर पूर्व में शिमला नगर निगम के डिप्टी मेयर रह चुके हैं. इसके अलावा यहां से अन्य छोटी पार्टियों और निर्दलीय भी चुनावी मैदान में हैं. (Shimla Urban Seat) (Congress and BJP Candidate in Shimla Urban)

ये भी पढ़ें: मंडी सदर सीट: अनिल शर्मा और चंपा ठाकुर में से कौन मारेगा बाजी ? या प्रवीण शर्मा पर जनता जताएगी भरोसा

Last Updated : Nov 16, 2022, 10:07 AM IST
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