शिमला: राजधानी शिमला सहित जिले भर में नशे के बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिए शिमला पुलिस अब एक्शन मोड में आ गई है. शिमला पुलिस ने जिले में नशा तस्करों और नशा करने वालों पर नकेल कसने के लिए विशेष मुहिम चलाई है. जिसके तहत अभी तक शिमला जिले में 638 चिट्टा तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं और 400 मामले दर्ज किए गए हैं. पड़ोसी राज्यों से 50 से ज्यादा नशा तस्कर गिरफ्तार हुए हैं. जिसमें पुलिस ने अब तक 2 किलो से ज्यादा चिट्टा बरामद किया है.
शिमला पुलिस की मुहिम: शिमला पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नशे के मामले में दोषियों को सजा के दौरान नशे से दूर रहने के लिए काउंसलिंग और अन्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाती हैं. अगर बच्चों को नशे का सेवन करने से पहले ही इसकी खामियों और कुप्रभाव के बारे में बता दिया जाए तो युवाओं को इससे दूर रखा जा सकता है. इसी सोच पर अमल करते हुए शिमला पुलिस ने जिलेभर के स्कूलों में एक मुहिम शुरू करने का फैसला लिया है.
बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए उन्हें नशे से दूर रखना जरूरी है. इसलिए शिमला पुलिस अपनी एक सामाजिक जिम्मेवारी को निभाते हुए स्कूलों में जाकर बच्चों को नशे के कुप्रभावों से अवगत करवा रही है, ताकि वह उन्हें नशे से दूर रखा जा सके. - संजीव गांधी, एसपी शिमला
स्कूलों में नशे के खिलाफ एक्शन: इस मुहिम के तहत शिमला पुलिस के अधिकारी बच्चों को जाकर बता रहे हैं कि नशे से दूर रहकर, वे किस तरह अपना, प्रदेश और राष्ट्र का बेहतर निर्माण कर सकते हैं. शिमला पुलिस के अनुसार अगर युवा पीढ़ी नशे में चली गई तो इसका नुकसान सिर्फ उन्हें खुद नहीं, बल्कि उसके पूरे परिवार, समाज और राष्ट्र को उठाना पड़ता है. जिसके लिए अब शिमला पुलिस के अधिकारी स्कूलों में जाकर बच्चों को नशे के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं. अगर स्कूल के आसपास कोई नशा बेचते हुए या बेचने का प्रलोभन देता है तो उसकी सूचना गुप्त रूप से पुलिस को कैसे दी जा सकती है, इसको लेकर भी बच्चों को जानकारी दी जा रही है.
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