शिमला: राजधानी शिमला की नागरिक सभा ने मंगलवार को टूटू चौक और यादगार के पास नगर निगम द्वारा किए जा रहे दीवार व पार्किंग निर्माण के कार्य को तुरंत रोकने की मांग की है.
नागरिक सभा के कार्यकर्ताओं का कहना है कि उक्त निर्माण के कारण टूटू की जनता पर खतरा मंडरा रहा है, इसलिए इसकी जिम्मेदारी नगर निगम को लेनी चाहिए. साथ ही निर्माण कार्य शुरू करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी चाहिए.
शिमला नागरिक सभा के अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने बताया कि पीड़ितों, पंचायत और बीडीसी सदस्यों के खिलाफ दायर एफआईआर रद्द होनी चाहिए और प्रभावित लोगों को नगर निगम सहित प्रदेश सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि गलत निर्माण कार्य को लेकर आवाज उठाने वालों के खिलाफ FIR दर्ज की जाती है, जबकि गलत निर्माण करवाने वालों को संरक्षण दिया जाता है.
विजेंद्र मेहरा ने बताया कि पार्किंग निर्माण से टूटू-दाड़लाघाट और टूटू-नालागढ़ की दोनों सड़कें खतरे में हैं. निर्माण कार्य के कारण भारी भूस्खलन हो रहा है, जिससे टूटू-दाड़लाघाट सड़क का आधा हिस्सा पूरी तरह से धस गया है. वहीं, अगर बारिश की वजह से टूटू-नालागढ़ सड़क पर मलबा गिरता है, तो मार्ग आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद हो जाएगा.
शिमला नागरिक सभा के अध्यक्ष ने बताया कि चैली पंचायत के पंचायत भवन व सरकारी राशन डिपो पर भी खतरा बरकरार है. उन्होंने कहा कि बंगाला कॉलोनी में रहने वाले 300 लोगों के घर गिर सकते हैं. ऐसे में निगम द्वारा किए जा रहे दीवार व पार्किंग निर्माण के काम को बंद किया जाना चाहिए.
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