शिमलाः शहर की प्रतिबंधित मार्गों पर वाहनों की एंट्री बन्द करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. जिला न्यायालय के वकीलों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है. बालूगंज में प्रदर्शन करने पर वकीलों पर दर्ज किए गए मामलों को वापस लेने की चेतावनी दी है.
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने गुरुवार को जनरल हाउस की बैठक बुलाई. जिसमें वकीलों ने एक आवाज में कहा कि बालूगंज के पास धरने-प्रदर्शन करते समय जिला व हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के वकीलों पर दर्ज किए मामले 24 घंटे के अंदर वापिस नही लिए गए तो एसोसिएशन आगामी रणनीति बनाई.
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बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव जीवन ने कहा शिमला के प्रतिबंधित मार्गों पर वाहनों की अनुमति न देने से वकीलों को काफी परेशानी हो रही है. वकीलों को कोर्ट के काम से जाना पड़ता है लेकिन अब इन प्रतिबंधित मार्गों पर वाहनों की आवाजाही बन्द कर दी है और जिला कोर्ट के वकीलों द्वारा इसके विरोध में प्रदर्शन भी किया जा रहा है और बालूगंज में वकीलों के साथ पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार भी किया गया.
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अध्यक्ष ने बताया कि इस मुद्दे पर सीएम जयराम ठाकुर से भी बात की गई है. उन्होंने बताया कि सीएम जयराम ठाकुर ने मुद्दे का समाधान निकालने का आश्वासन दिया है.
वहीं, कमेटी के सदस्य हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से भी मिले हैं. उन्होंने 24 घंटो के भीतर मामले वापस लेने की मांग की है. उन्होंने कहा कि सोमवार को दोबारा जनरल हाउस बुलाया जाएगा जिस पर आगामी रणनीति तैयार की जाएगी.