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शिमला में सचिवालय के कर्मचारी ने की आत्महत्या, जंगल में पेड़ से लटका मिला शव, जांच में जुटी पुलिस

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Published : Mar 26, 2023, 8:26 PM IST

शिमला में सचिवालय के एक कर्मचारी द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. कर्मचारी का शव जंगल में पेड़ से लटका मिला. वहीं, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

शिमला में सचिवालय के कर्मचारी ने की आत्महत्या
शिमला में सचिवालय के कर्मचारी ने की आत्महत्या

शिमला: राजधानी शिमला के उपनगर ढली में एक युवक के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. युवक का शव संजौली हेलीपोर्ट के साथ लगते लंबीधार के जंगलों में मिला है. आतमहत्या करने वाले युवक की पहचान 26 साल वीर्षीय दलीप के रूप में हुई है, जो करसोग के अलसिंडी का रहने वाला था और वह शिमला में सचिवालय में कार्यरत था. पुलिस के अनुसार युवक बीते दो दिन से घर से गायब था और इस बारे में परिजनो की तरफ से पुलिस थाना में गुमशुदगी की शिकायत भी की गई थी.

करसोग के रहने वाले इस युवक का शव रविवार को लंबीधार के पास ही पेड़ पर लटका हुआ मिला. स्थानिय लोगों ने पुलिस को इस बारे में सुचना दी, जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पंहुची और युवक के शव को पेड़ से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी भेजा गया. कल सोमवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा. उसके बाद ही मौत के कारणों का पता लग पाएगा. आईजीएमसी में सीएमओ डॉ. महेश कुमार ने बताया कि एक मृत युवक का शव अस्पताल लाया गया है. कल शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा.

क्या कहते हैं मनोचिकित्सक: आईजीएमसी शिमला मनोरोग चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञ डॉ. दिनेश कुमार की मानें तो आत्महत्या से पहले लोग बातों व व्यवहार से कई तरह के संकेत देते हैं. या तो वे कम बातें करेंगे या भावुक होकर रोना शुरू कर देंगे. इन संकेतों को स्वजन समझें व सुनें. चिकित्सक की सलाह लें. नशे के कारण भी लोग आत्महत्या करते हैं. नशा एक बीमारी है. इसका सेवन करने वालों का इलाज करवाएं. ज्यादातर लोग डिप्रेशन के कारण आत्महत्या करते हैं. लक्षण पाए जाने पर साइकोथेरेपी व काउंसलिंग करवाएं.

क्या कार्रवाई करती है पुलिस: अगर कहीं किसी ने जहरीला पदार्थ निगल लिया या फंदा लगाया हो तो पुलिस सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई करती है. अगर स्वजन आरोप लगाते हैं कि आत्महत्या के लिए उकसाया गया या प्रताड़ना से तंग आकर कदम उठाया तो आइपीसी की धारा 306 यानी आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज होता है. ऐसा तभी होता है अगर पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट या अन्य सुबूत मिले हों.

ये भी पढ़ें: हिमाचल के सोलन में स्कूली छात्रा ने की आत्महत्या, पेपर ठीक न होने से थी परेशान

शिमला: राजधानी शिमला के उपनगर ढली में एक युवक के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. युवक का शव संजौली हेलीपोर्ट के साथ लगते लंबीधार के जंगलों में मिला है. आतमहत्या करने वाले युवक की पहचान 26 साल वीर्षीय दलीप के रूप में हुई है, जो करसोग के अलसिंडी का रहने वाला था और वह शिमला में सचिवालय में कार्यरत था. पुलिस के अनुसार युवक बीते दो दिन से घर से गायब था और इस बारे में परिजनो की तरफ से पुलिस थाना में गुमशुदगी की शिकायत भी की गई थी.

करसोग के रहने वाले इस युवक का शव रविवार को लंबीधार के पास ही पेड़ पर लटका हुआ मिला. स्थानिय लोगों ने पुलिस को इस बारे में सुचना दी, जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पंहुची और युवक के शव को पेड़ से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी भेजा गया. कल सोमवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा. उसके बाद ही मौत के कारणों का पता लग पाएगा. आईजीएमसी में सीएमओ डॉ. महेश कुमार ने बताया कि एक मृत युवक का शव अस्पताल लाया गया है. कल शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा.

क्या कहते हैं मनोचिकित्सक: आईजीएमसी शिमला मनोरोग चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञ डॉ. दिनेश कुमार की मानें तो आत्महत्या से पहले लोग बातों व व्यवहार से कई तरह के संकेत देते हैं. या तो वे कम बातें करेंगे या भावुक होकर रोना शुरू कर देंगे. इन संकेतों को स्वजन समझें व सुनें. चिकित्सक की सलाह लें. नशे के कारण भी लोग आत्महत्या करते हैं. नशा एक बीमारी है. इसका सेवन करने वालों का इलाज करवाएं. ज्यादातर लोग डिप्रेशन के कारण आत्महत्या करते हैं. लक्षण पाए जाने पर साइकोथेरेपी व काउंसलिंग करवाएं.

क्या कार्रवाई करती है पुलिस: अगर कहीं किसी ने जहरीला पदार्थ निगल लिया या फंदा लगाया हो तो पुलिस सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई करती है. अगर स्वजन आरोप लगाते हैं कि आत्महत्या के लिए उकसाया गया या प्रताड़ना से तंग आकर कदम उठाया तो आइपीसी की धारा 306 यानी आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज होता है. ऐसा तभी होता है अगर पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट या अन्य सुबूत मिले हों.

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