शिमला: प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छात्रों को मिलने वाली वर्दी के आवंटन की प्रक्रिया जिलों में शुरू हो गई है. करीब 15 फीसदी बच्चों को वर्दी आवंटित कर भी दी गई है. कोविड की वजह से जो छात्र स्कूल नहीं आ रहे उन छात्रों को वर्दी घरों तक पहुंचाई जा रही है.
बच्चों को घरों तक वर्दी पहुंचाने का काम भी शिक्षक ही कर रहे हैं. पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चे अभी स्कूलों नहीं आ रहे, इन बच्चों के लिए सरकार की ओर से स्कूल नहीं खोले गए हैं. ऐसे में विभाग की ओर से यह तय किया गया था कि इन बच्चों को वर्दी इनके घर तक पहुंचाई जाएगी.
छात्रों को वर्दी देने के लिए उनके अभिभावकों को स्कूल बुलाया जा रहा है, लेकिन अभिभावक छात्रों की वर्दी लेने के लिए स्कूल नहीं आ रहे हैं तो अब शिक्षक घर-घर जाकर बच्चों को यह वर्दी दे रहे हैं.
प्रदेश में मंडी और कांगड़ा जिला में वर्दी आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. यहां 15 फीसदी के करीब छात्रों को वर्दी आवंटित भी कर दी गई है. जिलों में 75 फीसदी तक वर्दी की सप्लाई पहुंच चुकी है, जिसकी आवंटन की प्रक्रिया को दिसंबर माह तक पूरा किया जाना है.
विभाग ने लक्ष्य रखा है कि भले ही बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं, लेकिन उन्हें वर्दी उनके घरों तक पहुंचाई जाए. प्रदेश में साढ़े आठ लाख के करीब छात्र हैं, जिन्हें वर्दी के दो-दो सेट दिए जाने है. जो उन्हें घरों तक पहुंचाए जा रहे हैं.
शिक्षा विभाग ने सभी जिलों में सप्लाई पहुंचने के बाद पोस्ट डिस्पेच रैंडम टेस्ट करने बाद ही वर्दी आवंटित करने को कहा है. यानी पहले वर्दी की टेस्टिंग की जाएगी उसके बाद ही सैंपल रिपोर्ट सही आने के बाद छात्रों को वर्दी बांटने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश विभाग ने दिए हैं.
बता दें कि सरकार की ओर से इस बार छात्रों को वर्दी समय से मिल सके इसके लिए पिछले साल ही वर्दी खरीद का टेंडर कर दिया था. अब वर्दी की जिलों तक सप्लाई हो गई है उसके आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.