शिमला: नोफेल संस्था ने सरबजीत सिंह बॉबी (Sarabjeet Singh Bobby) पर उनके कर्मचारी के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है. नोफेल संस्था के गुरमीत सिंह का आरोप है कि सरबजीत सिंह बॉबी ने बीते शनिवार रात को उनके एक कर्मचारी के साथ मारपीट की. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हुआ है, जिसमें सरबजीत सिंह बॉबी लोकल संस्था के खाना बांटने वाले कर्मचारी को पकड़ कर उसके साथ मारपीट कर रहे हैं.
नोफेल संस्था ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की है. प्रत्यक्षदर्शियों ने भी कहा है कि शनिवार शाम जब वह लंगर में खाना खा रहे थे, तभी सामने से बॉबी आए और उनके कर्मचारी के साथ जबरदस्ती मारपीट करने लगे. लंगर में खाने वाले तीमारदारों ने इस घटना को गलत बताया है. उन्होंने कहा है कि तरह की घटना नहीं होनी चाहिए कि किसी कर्मचारी के साथ मारपीट की जाए.
ये है पूरा मामला: दरअसल, आईजीएमसी में दो संस्थाएं लंगर चला रही है. इसमें एक ऑलमाइटी ब्लेसिंग संस्था है, जबकि दूसरी संस्था का नाम नोफेल है. ऑलमाइटी ब्लेसिंग संस्था के सरबजीत सिंह का आरोप है कि जो सरायं (inn) कैंसर अस्पताल में बनी है, उस पर नोफेल संस्था ने कब्जा किया हुआ है. यही, नहीं दूसरी ओर आईजीएमसी प्रशासन ने अब उस जगह पर भी बिजली पानी का कनेक्शन काट दिया है. नोफेल संस्था के गुरमीत सिंह का कहना है कि बेवजह ही उन्हें टारगेट किया जा रहा है.
पढ़ें- IGMC लंगर विवाद: बॉबी के समर्थन में उतरी CPI(M), कहा: लंगर पर हो रही राजनीति
2017 से चला है विवाद: साल 2017 में ऑलमाइटी ब्लेसिंग संस्था की ओर से कैंसर मरीजों के लिए एक रैन बसेरा बनाने का काम शुरू हुआ. ये रैन बसेरा 2019 में बनकर तैयार हुआ. आईजीएमसी प्रशासन ने ये रेन बसेरा नोफेल को दे दिया. सरबजीत सिंह बॉबी का आरोप है कि लंगर लगाने के लिए अब उन्हें तंग किया जा रहा है. उन्हें किसी भी पार्टी से कोई मतलब नहीं है. लेकिन फिर भी उनके साथ राजनीति की जा रही है. अस्पताल को राजनीति का अड्डा बनाया जा रहा है.