शिमला: बीते कुछ समय से प्रदेश में कहीं बारिश तो कहीं ओलावृष्टि का कहर देखने को मिल रहा है. प्रदेश में भारी बारिश के कारण बहुत सी जगह फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. रबी फसलों से लेकर लेकर सेब के बागान सभी बारिश से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इस साल बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों बागवानों को हजारों लाखों रुपयों का नुकसान हुआ है. वहीं, फसलों के अलावा भी राज्य में सड़कों, डंगों को लेकर भी काफी नुकसान हुआ है. प्रदेश में कई जगहों पर सड़क मार्ग बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं तो वहीं भूस्खलन के मामले भी ज्यादा सामने आए हैं.
'बेमौसम बारिश से नुकसान पर मांगी रिपोर्ट': बेमौसम हुई बारिश से हुए नुकसान के अवलोकन को लेकर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज अधिकारियों के साथ एक बैठक की. इसमें मंत्री ने सभी डीसी को राहत व बचाव कार्य करने के साथ ही अधिकारियों से फसलों को हुए नुकसान का आंकलन करने के भी निर्देश दिए. राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने प्रदेश में लगातार बारिश के कारण हुए नुकसान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी उपायुक्तों को राहत एवं बचाव कार्य प्राथमिकता के आधार पर करने तथा बेमौसमी बारिश से फसलों को होने वाले नुकसान की आकलन रिपोर्ट तैयार करने को कहा है.
'ग्रामीण स्तर पर स्वयंसेवकों को दिया जाए आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण': राजस्व मंत्री ने नेशनल डिजास्टर फोर्स और स्टेट डिजास्टर फोर्स को आपदा के समय त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए. उन्होंने बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों से राहत व बचाव कार्यों के बारे में जानकारी ली, उन्होंने राज्य में प्रत्येक पंचायत व ग्राम स्तर पर 8 से 10 स्वयंसेवकों को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण देने और राहत व बचाव कार्यों के लिए आवश्यक उपकरण उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए. जिससे कि किसी भी आपदा के समय राहत व बचाव कार्य तुरंत शुरू किया जा सके. उन्होंने जिलों में स्थित होमगार्ड प्रशिक्षण संस्थानों को आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण के लिए उपयोग करने के निर्देश भी दिए.
'भवनों की हो रही रेट्रोफिटिंग': इस अवसर पर प्रधान सचिव राजस्व ओंकार चंद शर्मा ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी को डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के प्रावधानों और राजस्व-आपदा विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में अवगत करवाया. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा भूकंप-रोधी भवनों के निर्माण के लिए मिस्त्रियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त अस्पताल, विद्यालयों व अन्य प्रमुख भवनों की रेट्रोफिटिंग भी की जा रही है, ताकि भूकंप के समय संभावित नुकसान को कम किया जा सके. इस बैठक के दौरान विशेष सचिव राजस्व-आपदा प्रबंधन डीसी राणा और राजस्व-आपदा प्रबंधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.
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