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शिल्पकारों-हस्तकारों के हुनर को नहीं मिल रही पहचान, बाजार उपलब्ध न होने से परेशान - हस्तकारों के लिए प्रशिक्षण

हिमाचल प्रदेश के शिल्पकारों व हस्तकारों को प्रशिक्षण व बाजार उपलब्ध न होने के कारण दिक्कतें पेश आ रही हैं. प्रशिक्षण व बाजार न होने के कारण शिल्पकारों व हस्तकारों का हुनर बेकार हो रहा है है. यह बात प्रगतिशील विश्वकर्मा कल्याण सभा के प्रदेशाध्यक्ष उदय डोगरा ने शिमला में एक पत्रकार वार्ता के दौरान कही.

Pragatishil vishavkarma kalyan sabha
प्रगतिशील विश्वकर्मा कल्याण सभा
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Published : Oct 8, 2020, 6:54 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश के शिल्पकारों व हस्तकारों को प्रशिक्षण व बाजार उपलब्ध न होने के कारण दिक्कतें पेश आ रही हैं. प्रशिक्षण व बाजार न होने के कारण शिल्पकारों व हस्तकारों का हुनर बेकार हो रहा है. यह बात प्रगतिशील विश्वकर्मा कल्याण सभा के प्रदेशाध्यक्ष उदय डोगरा ने शिमला में एक पत्रकार वार्ता के दौरान कही.

उदय डोगरा ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि हिमाचल प्रदेश के शिल्पकारों व हस्तकारों के लिए मार्केट की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए, ताकि इन शिल्पकारों का हुनर बर्बाद न हो. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के शिल्पकारों के लिए सरकार कच्चा माल भी उपलब्ध करवाएं. साथ ही उन्हें आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण भी प्रदान करें, जिससे प्रदेश के सैकड़ों शिल्पकारों को रोजगार मिल सके और प्रदेश शिल्पपकारी व हस्तकारी को विलुप्त होने से भी बचाया जा सके.

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प्रगतिशील विश्वकर्मा कल्याण सभा के प्रदेशाध्यक्ष उदय डोगरा ने सरकार से मांग उठाई है कि प्रदेश के सभी जिलों में इन शिल्पकारों के लिए ट्रैनिंग कम सेल सेंटर बनाया जाना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार की ओर से कई योजनाएं तैयार की गई हैं, लेकिन इन योजनाओं का लाभ सही मायनों में सही आदमियों तक नहीं पहुंच रहा है.

विभाग की ओर से तैयार गाइडलाइनस का विभाग के अधिकारियों को भी पता नहीं है. उदय डोगरा ने मांग उठाई है कि इन गाइडलाइन को तैयार करते समय शिल्पकारों के सुझाव भी लिए जाए, ताकि सही मायनों में उन्हें लाभ मिल सके.

इसके अलावा उदय डोगरा ने कहा कि सभा की ओर से शिमला के रूलदू भट्टा में एक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया है. यह प्रदर्शनी 14 अक्तूबर तक चलेगी. इस प्रदर्शनी में प्रदेश के शिल्पकारों व हस्तकारों के उत्पादों को प्रदर्शित किया जा रहा है.उपभोक्ता शिमला के रूलदू भट्टा में इस प्रदर्शनी में आकर भाग ले सकते हैं.

ये भी पढ़ें: इस चालक ने सुरक्षित बनाया ऑटो का सफर, अंदर बैठते ही अपने आप सेनिटाइज होती है सवारी

शिमला: हिमाचल प्रदेश के शिल्पकारों व हस्तकारों को प्रशिक्षण व बाजार उपलब्ध न होने के कारण दिक्कतें पेश आ रही हैं. प्रशिक्षण व बाजार न होने के कारण शिल्पकारों व हस्तकारों का हुनर बेकार हो रहा है. यह बात प्रगतिशील विश्वकर्मा कल्याण सभा के प्रदेशाध्यक्ष उदय डोगरा ने शिमला में एक पत्रकार वार्ता के दौरान कही.

उदय डोगरा ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि हिमाचल प्रदेश के शिल्पकारों व हस्तकारों के लिए मार्केट की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए, ताकि इन शिल्पकारों का हुनर बर्बाद न हो. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के शिल्पकारों के लिए सरकार कच्चा माल भी उपलब्ध करवाएं. साथ ही उन्हें आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण भी प्रदान करें, जिससे प्रदेश के सैकड़ों शिल्पकारों को रोजगार मिल सके और प्रदेश शिल्पपकारी व हस्तकारी को विलुप्त होने से भी बचाया जा सके.

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प्रगतिशील विश्वकर्मा कल्याण सभा के प्रदेशाध्यक्ष उदय डोगरा ने सरकार से मांग उठाई है कि प्रदेश के सभी जिलों में इन शिल्पकारों के लिए ट्रैनिंग कम सेल सेंटर बनाया जाना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार की ओर से कई योजनाएं तैयार की गई हैं, लेकिन इन योजनाओं का लाभ सही मायनों में सही आदमियों तक नहीं पहुंच रहा है.

विभाग की ओर से तैयार गाइडलाइनस का विभाग के अधिकारियों को भी पता नहीं है. उदय डोगरा ने मांग उठाई है कि इन गाइडलाइन को तैयार करते समय शिल्पकारों के सुझाव भी लिए जाए, ताकि सही मायनों में उन्हें लाभ मिल सके.

इसके अलावा उदय डोगरा ने कहा कि सभा की ओर से शिमला के रूलदू भट्टा में एक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया है. यह प्रदर्शनी 14 अक्तूबर तक चलेगी. इस प्रदर्शनी में प्रदेश के शिल्पकारों व हस्तकारों के उत्पादों को प्रदर्शित किया जा रहा है.उपभोक्ता शिमला के रूलदू भट्टा में इस प्रदर्शनी में आकर भाग ले सकते हैं.

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