शिमला: रोहड़ू के एक सरकारी स्कूल में छात्राओं की ओर से शिक्षक पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद अब सरकार की ओर से मामले में जांच आदेश जारी किए गए हैं. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शिक्षा निदेशालय को दो दिन के अंदर इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं.
इसके साथ ही अगर आरोपों में सत्यता पाई जाती है तो तत्काल प्रभाव से आरोपी शिक्षक को निष्कासित कर दिया जाएगा. बता दें की वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टिक्कर में स्कूल की छात्राओं ने स्कूल के शिक्षक संजय देष्टा को राज्य स्तरीय व राष्ट्रीय स्तरीय शिक्षक पुरुस्कार भी मिल चुका है.
छात्राओं ने शिक्षक पर जो आरोप लगाए हैं वह बेहद ही संगीन है ऐसे में सरकार ने भी जांच के आदेश उक्त मामले में दे दिए हैं. बता दें कि वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टिक्कर के राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले शिक्षक संजय देष्टा के खिलाफ अश्लील व्यवहार के आरोप स्कूल में पढ़ने वाली आठ छात्राओं ने लगाए हैं.
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इस बात को लेकर स्कूली छात्राओं ने स्कूल कि ही शिक्षिकाओं के पास शिकायत की जिसके बाद मामला शिक्षिकाओं के माध्यम से स्कूल प्रिंसिपल के पास पहुंचा. स्कूल प्रिंसीपल ने मामले में स्कूल में गठित यौन उत्पीड़न कमेटी से जांच करवाई. कमेटी की रिपोर्ट में भी आरोपों में सत्यता पाई गई है.
कमेटी ने छात्राओं के बयान भी लिखित रूप में रिपोर्ट में शामिल किए हैं. इस रिपोर्ट के बाद मामले में आरोपी शिक्षक के खिलाफ शिकायत टिक्कर पुलिस चौकी में दर्ज करवाई गई है. पुलिस ने भी जांच शुरू करते हुए छात्राओं के बयान लिए हैं और आरोपी शिक्षक के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, बताया यह भी जा रहा है कि शिकायत दर्ज होने के बाद से आरोपित शिक्षक अंडर ग्राउंड हो गया है.
आरोपी शिक्षक स्कूल में छात्राओं के साथ लंबे समय से अपनी घिनौनी हरकतों को अंजाम दे रहा था, लेकिन छात्राएं शिक्षक और लोकलाज के डर से शिक्षक की इन अश्लील हरकतों के बारे में किसी को नहीं बता पा रहीं थी.
आरोपी शिक्षक पर लगे हैं ये गंभीर आरोप
छात्राओं ने शिक्षक पर आरोप लगाए हैं कि शिक्षक उन्हें भूगोल की लैब में अकेले में बुलाता था और यहां छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करता था. छात्राओं के शरीर पर हाथ लगाने के साथ ही शिक्षक उनके साथ सेल्फी खींचने के बहाने से भी अश्लील हरकतें करता था. यहां तक कि छात्राओं ने शिक्षक पर यह भी आरोप लगाए हैं कि शिक्षक उन्हें अश्लील किस्म की वीडियो देखने के लिए मजबूर करता था.
अब पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि जिस छात्रा के साथ आरोपी शिक्षक ने आठ और नौ अक्टूबर को इस तरह की अश्लील हरकत की तो उस छात्रा ने इसका विरोध किया और हिम्मत दिखा कर इसकी शिकायत स्कूल की शिक्षिकाओं से की.
इसके बाद अन्य छात्राओं जिनके साथ आरोपी शिक्षक पहले इस तरह की हरकतें करता आ रहा था उन्होंने भी यह बातें शिक्षिकाओं को बताई. छात्राएं शिक्षक की घिनौनी हरकतों के बारे में खुलासा ना करें इसके लिए आरोपी शिक्षक छात्राओं को भगवान की कसमें भी खिलवाता था, लेकिन छात्राओं ने हिम्मत दिखा कर इस शिक्षक का भंडा फोड़ दिया.
अपने स्तर पर जांच करेगा शिक्षा विभाग
अब इस पूरे मामले में पुलिस के साथ ही शिक्षा विभाग भी अपने स्तर पर जांच करेगा और आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मामले में उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि उन्हें मामले में जानकारी मिली है. ब्रांच अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए हैं कि इस पूरे मामले की जांच की जाए.
उन्होंने कहा कि मामले की फेक्चुअल रिपोर्ट के साथ ही एफआईआर की कॉपी कल दोपहर तक उनके कार्यालय में पहुंच जाएगी. उन्होंने कहा कि उन्हें एफआईआर की कॉपी भी नहीं मिली है. उन्होंने निर्देश दिए हैं कि स्कूल प्रिंसिपल और सुपरिटेंडेंट शिक्षा निदेशालय पहुंचे.
उन्होंने माना की मामले की जांच को जल्द से जल्द पूरा कर इसकी रिपोर्ट सरकार को सौंपने के निर्देश भी सरकार की ओर से उन्हें जारी किए गए हैं. साथ ही नियमों के तहत कार्रवाई करने के आदेश सरकार ने जारी किए हैं.