शिमला: हिमाचल में कोरोना वायरस के अब तक कुल 18 मामले सामने आ चुके हैं. चंबा के तीसा में सोमवार को चार नए मामले सामने आए. ये चारों तबलीगी जमात से संबंधित हैं. फिलहाल प्रदेश में कोरोना के कुल 15 एक्टिव केस हैं. वहीं, तीन का इलाज दिल्ली में चल रहा है. वहीं, एक व्यक्ति की मौत और दो लोग अब तक पूरी तरह से स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं.
कोरोना वायरस से लड़ाई को लेकर हिमाचल कितना तैयार है. इसको लेकर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉक्टर गुप्ता ने जानकारी देते हुए कहा कि हिमाचल में तीन मेडिकल कॉलेजों में कोरोना के मरीजों का इलाज चल रहा है, जिनमें आईजीएमसी शिमला, नेरचौक मेडिलक कॉलेज और टांडा मेडिकल कॉलेज हैं.
वहीं, जिला अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. डॉ. गुप्ता ने बताया कि केंद्र सरकार से लगातार उपकरणों, मास्क और गाउन की सप्लाई अस्पताल में काम कर रहे डॉक्टर्स, नर्सों और अन्य स्टाफ के लोगों के लिए आ रही है.
स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को जरूरी सामान सप्लाई करने के लिए स्टेट कण्ट्रोल रुम स्थापित किया है, जहां से आवश्यकता अनुसार सामान अलग-अलग अस्पतालों में भेजा जा रहा है. वहीं, समान की गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में वर्तमान में 75 वेंटिलेटर हैं. वहीं, प्रदेश सरकार ने 60 वेंटिलेटर की मांग केंद्र सरकार से की है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग की आठ हजार टीमें प्रदेश में कोरोना एक्टिव अभियान के तहत घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही है. पंचायत स्कर पर लोगों को मास्क और सेनिटाइनजर बांटे जा रहे हैं.
डॉ. गुप्ता ने बताया कि हिमाचल स्वास्थ्य विभाग कोरोना से लड़ाई के लिए पूरी तरह से तैयार है. प्रदेश में हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं.