शिमला: प्रदेश के स्कूलों में बोर्ड एग्जाम से पहले छात्रों के प्री-बोर्ड एग्जाम होंगे. प्री-बोर्ड की ये परीक्षाएं स्कूलों को ही करवानी होंगी. प्रदेश के सभी स्कूलों को इसकी रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय को सौंपनी होगी.
शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी स्कूल्स को प्री-बोर्ड के एग्जाम करवाना आवश्यक कर दिया है. शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि जो स्कूल्स इन परीक्षाओं को नहीं करवाएंगे उन पर कार्रवाई होगी. स्कूलों में बोर्ड की कक्षाओं के बेहतर रिजल्ट के लिए शिक्षा विभाग इन परिक्षाओं को करवाने जा रहा है. वहीं, शिक्षा विभाग ने फरवरी महीने के अंत तक स्कूलों से रिपोर्ट भी मांगी है.
शिक्षा विभाग के निदेशक अमरजीत शर्मा ने बताया कि प्री-बोर्ड एग्जाम करवाने का उद्देश्य छात्रों की बोर्ड परिक्षाओं में तैयारी को सुदृढ़ बनाना है. उन्होंने कहा कि इन परीक्षाओं में अच्छे अंक लेने वाले छात्रों की रिपोर्ट भी स्कूलों को भेजनी पड़ेगी.
वहीं, जिन बच्चों के अंक इन परीक्षाओं में कम आएंगे उन छात्रों को फाइनल एग्जाम की तैयारी के लिए स्कूल प्रबंधन को ध्यान देना होगा. बता दें कि प्रदेश के स्कूलों में बीते कुछ सालों से छात्रों के परिणाम कुछ विषयों में लगातार खराब आ रहे हैं. ऐसे में विभाग संबंधित विषयों के शिक्षकों पर भी कार्रवाई कर सकता है.
पुअर रिजल्ट पॉलिसी के तहत जिन शिक्षकों के विषयों का परिणाम खराब रहता है उनका इंक्रीमेंट रोक कर विभाग उन पर कार्रवाई करता है, लेकिन बीते साल शिक्षा विभाग ने टीचर्स को रियायत दी थी. प्री-बोर्ड परीक्षाओं के लिए पश्न पत्र भी स्कूल के शिक्षकों को ही तैयार करने होंगे.