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बोर्ड की परीक्षाओं से पहले होंगी प्री-बोर्ड परीक्षाएं, शिक्षा विभाग ने दिए निर्देश - etv bharat

शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी स्कूल्स को प्री-बोर्ड के एग्जाम करवाना किया आवश्यक

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Published : Feb 11, 2019, 11:24 AM IST

शिमला: प्रदेश के स्कूलों में बोर्ड एग्जाम से पहले छात्रों के प्री-बोर्ड एग्जाम होंगे. प्री-बोर्ड की ये परीक्षाएं स्कूलों को ही करवानी होंगी. प्रदेश के सभी स्कूलों को इसकी रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय को सौंपनी होगी.

शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी स्कूल्स को प्री-बोर्ड के एग्जाम करवाना आवश्यक कर दिया है. शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि जो स्कूल्स इन परीक्षाओं को नहीं करवाएंगे उन पर कार्रवाई होगी. स्कूलों में बोर्ड की कक्षाओं के बेहतर रिजल्ट के लिए शिक्षा विभाग इन परिक्षाओं को करवाने जा रहा है. वहीं, शिक्षा विभाग ने फरवरी महीने के अंत तक स्कूलों से रिपोर्ट भी मांगी है.

शिक्षा विभाग के निदेशक अमरजीत शर्मा ने बताया कि प्री-बोर्ड एग्जाम करवाने का उद्देश्य छात्रों की बोर्ड परिक्षाओं में तैयारी को सुदृढ़ बनाना है. उन्होंने कहा कि इन परीक्षाओं में अच्छे अंक लेने वाले छात्रों की रिपोर्ट भी स्कूलों को भेजनी पड़ेगी.

वहीं, जिन बच्चों के अंक इन परीक्षाओं में कम आएंगे उन छात्रों को फाइनल एग्जाम की तैयारी के लिए स्कूल प्रबंधन को ध्यान देना होगा. बता दें कि प्रदेश के स्कूलों में बीते कुछ सालों से छात्रों के परिणाम कुछ विषयों में लगातार खराब आ रहे हैं. ऐसे में विभाग संबंधित विषयों के शिक्षकों पर भी कार्रवाई कर सकता है.

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पुअर रिजल्ट पॉलिसी के तहत जिन शिक्षकों के विषयों का परिणाम खराब रहता है उनका इंक्रीमेंट रोक कर विभाग उन पर कार्रवाई करता है, लेकिन बीते साल शिक्षा विभाग ने टीचर्स को रियायत दी थी. प्री-बोर्ड परीक्षाओं के लिए पश्न पत्र भी स्कूल के शिक्षकों को ही तैयार करने होंगे.

शिमला: प्रदेश के स्कूलों में बोर्ड एग्जाम से पहले छात्रों के प्री-बोर्ड एग्जाम होंगे. प्री-बोर्ड की ये परीक्षाएं स्कूलों को ही करवानी होंगी. प्रदेश के सभी स्कूलों को इसकी रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय को सौंपनी होगी.

शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी स्कूल्स को प्री-बोर्ड के एग्जाम करवाना आवश्यक कर दिया है. शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि जो स्कूल्स इन परीक्षाओं को नहीं करवाएंगे उन पर कार्रवाई होगी. स्कूलों में बोर्ड की कक्षाओं के बेहतर रिजल्ट के लिए शिक्षा विभाग इन परिक्षाओं को करवाने जा रहा है. वहीं, शिक्षा विभाग ने फरवरी महीने के अंत तक स्कूलों से रिपोर्ट भी मांगी है.

शिक्षा विभाग के निदेशक अमरजीत शर्मा ने बताया कि प्री-बोर्ड एग्जाम करवाने का उद्देश्य छात्रों की बोर्ड परिक्षाओं में तैयारी को सुदृढ़ बनाना है. उन्होंने कहा कि इन परीक्षाओं में अच्छे अंक लेने वाले छात्रों की रिपोर्ट भी स्कूलों को भेजनी पड़ेगी.

वहीं, जिन बच्चों के अंक इन परीक्षाओं में कम आएंगे उन छात्रों को फाइनल एग्जाम की तैयारी के लिए स्कूल प्रबंधन को ध्यान देना होगा. बता दें कि प्रदेश के स्कूलों में बीते कुछ सालों से छात्रों के परिणाम कुछ विषयों में लगातार खराब आ रहे हैं. ऐसे में विभाग संबंधित विषयों के शिक्षकों पर भी कार्रवाई कर सकता है.

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पुअर रिजल्ट पॉलिसी के तहत जिन शिक्षकों के विषयों का परिणाम खराब रहता है उनका इंक्रीमेंट रोक कर विभाग उन पर कार्रवाई करता है, लेकिन बीते साल शिक्षा विभाग ने टीचर्स को रियायत दी थी. प्री-बोर्ड परीक्षाओं के लिए पश्न पत्र भी स्कूल के शिक्षकों को ही तैयार करने होंगे.

Intro:प्रदेश के स्कूलों में छात्रों की बोर्ड की परीक्षाओं से पहले प्री बोर्ड की परीक्षाएं भी होंगी। यह परीक्षाएं स्कूलों को ही करवानी होंगी और इसकी रिपोर्ट शिक्षा निदेशालय को भी सौंपनी होगी। शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी स्कूलों को यह प्री बोर्ड परीक्षाएं करवाना आवश्यक कर दिया हैं। जो स्कूल इन प्री बोर्ड परीक्षाओं को नहीं करवाएंगे उन पर कार्रवाई विभाग की ओर से की जाएगी। शिक्षा विभाग यह प्री बोर्ड परीक्षाएं स्कूलों में बेहतर रिजल्ट को लेकर करवाई जा रही है। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों पत्र लिख कर यह निर्देश जारी किए है प्री बोर्ड की परीक्षाओं को करवा कर ऐसी माह इसकी रिपोर्ट विभाग को दे।


Body:शिक्षा विभाग ने निदेशक अमरजीत शर्मा ने बताया कि यह प्री बोर्ड परीक्षाएं छात्रों का अंतिम परीक्षा की परफॉर्मेंस के बारे में जानने के लिए जरूरी है। इससे यह पता चल जाएगा कि किस तरह की तैयारी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर स्कूल प्रबंधन ने करवाई है। स्कूलों को यह प्री बोर्ड परीक्षाएं करवाने के साथ ही कितने बच्चों ने इस परीक्षा में अच्छे अंक लिए इसकी रिपोर्ट निदेशालय को देनी होगी। परीक्षा में जो छात्र कमजोर है और जिसके कम अंक आए है उन छात्रों को फिर बेहतर अंक प्राप्त करने वाले छात्र ही पढ़ाएंगे ओर फाइनल परीक्षाओं में कमजोर छात्र भी अच्छा स्कोर कर सके इस ओर स्कूल प्रबंधन ध्यान देगा।


Conclusion:बता दे कि प्रदेश के स्कूलों में छात्रों के परिणाम कुछ विषयों में लगातार खराब आ रहे है। ऐसे में विभाग ने खराब परिणाम देने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई भी कर रहा है। पुअर रिजल्ट पॉलिसी के तहत जिन शिक्षकों के विषयों का परिणाम खराब रहता है उनकी इंक्रीमेंट रोक कर विभाग उन पर कार्रवाई करता है लेकिन बीते वर्ष इससे रियायत शिक्षकों को विभाग ने दे दी थी लेकिन इस बार खराब परिणाम देने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी यह भी विभाग ने सपष्ट कर दिया है। प्री बोर्ड परीक्षाओं में पश्न पत्र भी स्कूल के शिक्षक ही तैयार कर छात्रों को देंगे और परीक्षा के दौरान कोई छात्र नकल ना करे इस बात का भी ध्यान शिक्षकों को देना होगा। परीक्षा में जो छात्र कमजोर होगा उसे अंतिम परीक्षा तक बेहतर अंक लेने के लिए तैयार किया जाएगा ताकि स्कूलों का परिणाम बेहतर हो।

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