शिमला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को डेरा ब्यास पहुंचे और बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से मुलाकात कर लंबी वार्ता की. इससे पहले वह जालंधर के आदमपुर एयरबेस पहुंचे और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिए डेरा ब्यास पहुंचे. प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के मद्देनजर आदमपुर एयरबेस और डेरा ब्यास के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. पूरे क्षेत्र में अर्द्ध सैनिक बलों और पंजाब पुलिस के जवान तैनात रहे. (PM Modi Amritsar Visit)
डेरा ब्यास की निजी सुरक्षा कर्मचारी भी चौकस रहे. पीएम मोदी हालांकि हेलीकाप्टर से डेरा ब्यास गए, लेकिन सड़कों के किनारे भी सुरक्षा कड़ी की गई थी और डेरे के आसपास भी पीएम के सुरक्षा दस्ते के अलावा पंजाब पुलिस का पूरी सिक्योरिटी का घेरा था. करीब एक घंटे तक पीएम मोदी डेरा ब्यास में रहे और वहां पर संगत द्वारा की जा रही सफाई व हरियाली की भरपूर प्रशंसा की. इसके बाद वह लंगर हॉल भी गए, जहां संगत की सेवा देखकर गदगद हो गए. पीएम मोदी को डेरा मुखी बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने डेरे की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेरा ब्यास में सत्संग हॉल, लंगर भवन सहित विभिन्न स्थानों का अवलोकन किया. इस दौरान वह वहां मौजूद डेरा अनुयायियों से भी रुबरू हुए. उनके साथ डेरा मुखी बाबा गुरिंदर सिंह भी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री मोदी ने डेरा की व्यवस्थाओं, परंपराओं और गतिविधियों की सराहना की. डेरा ब्यास का पंजाब के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश में भी काफी असर है. डेरा ब्यास के अनुयायी बड़ी संख्या में हिमाचल प्रदेश में हैं. पीएम मोदी का डेरा ब्यास पहुंचना और वहां पर राधा स्वामी मत के बाबा गुरिंदर सिंह से लंबी बातचीत को इसी का हिस्सा बताया जाता है. करीब एक घंटा डेरे में रुकने के बाद मोदी हिमाचल की तरफ रवाना हो गए. इससे पहले पीएम मोदी का आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन पहुंचने पर पंजाब के कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर जिंपा, राज्य के मुख्य सचिव वीके जंजुआ और डीजीपी गौरव यादव ने स्वागत किया.
पीएम मोदी की अपील पर डेरा ब्यास से रोजाना सवा लाख पैकेट लंगर के तैयार कर कोराना काल में वितरित किए जाते थे. पीएम मोदी ने कोरोना काल में डेरा ब्यास के मुखी बाबा गुरिंदर सिंह से वीडियो कांफ्रेंस कर कहा था कि संकट की घड़ी में गरीब और भूखे लोगों तक लंगर की जरूरत है. जिसके बाद से डेरा ब्यास के देश भर में 250 से अधिक केंद्रों में भोजन के पैकेट तैयार करने के साथ साथ अन्य राज्यों के मजदूरों को आश्रय भी दिया गया था.
अमृतसर-दिल्ली मुख्य मार्ग पर मुख्य केंद्र डेरा बाबा जैमल सिंह (डेरा ब्यास) से रोजाना अमृतसर, तरनतारन और गुरदासपुर जिला के लिए 1.25 लाख भोजन के पैकेट (सुबह, दोपहर, शाम) तैयार करके भेजे गए. देश भर में 12 लाख से अधिक लोगों को डेरा की ओर से खाना मुहैया करवाया जा रहा था. जिसकी भरपूर प्रशंसा पीएम मोदी ने की और इसके लिए डेरा मुखी बाबा गुरिंदर सिंह का धन्यवाद भी किया.
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