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PM मोदी ने की CM जयराम की तारीफ, अन्य राज्यों को दिए एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के निर्देश

प्रधानमंत्री मोदी की सभी मुख्यमंत्रियों से वीडिओ कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जयराम सरकार के एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान को सराहना मिली है. साथ ही देश के सभी राज्यों को इस अभियान को शुरू करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही सीएम जयाराम ने पीएम मोदी से भविष्य में उत्पन्न होनी वाली किसी भी स्थति से निपटने के लिए पर्याप्त वेंटिलेटर उपलब्ध करवाने का आग्रह किया.

PM modi meeting with cm jairam thakur
हिमाचल सरकार के एक्टिव केस फाईंडिंग अभियान की पीएम मोदी ने की तारीफ
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Published : Apr 27, 2020, 6:55 PM IST

शिमलाः प्रधानमंत्री मोदी ने हिमाचल प्रदेश में एक्टिव केस फाईंडिंग अभियान को प्रभावी रूप से चलाने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रयासों की सराहना की है. साथ ही प्रधानमंत्री ने अन्य राज्यों को भी इस तरह को अभियान चलाने के आदेश दिए हैं.

एक्टिव केस फाईंडिंग अभियान की हुई सराहना

प्रदेश में इस अभियान से प्रदेश के लोगों में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी के लक्ष्णों की स्क्रीनिंग करने में सहायता मिली है. प्रधानमंत्री मोदी सभी राज्यों को कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए हिमाचल प्रदेश की इस पहल का अनुसरण करने का आग्रह किया.

देश के मुख्यमंत्रियों को जनता से आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करवाने के निर्देश

प्रधानमंत्री ने देश के मुख्यमंत्रियों को उनके संबंधित राज्यों के लोगों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करने को कहा, जिससे कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति को चिन्हित करने में मदद मिलेगी.

वीडियो.

जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री से पर्याप्त वेंटिलेटर उपलब्ध करवाने की रखी मांग

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री से भविष्य में उत्पन्न होनी वाली किसी भी स्थति से निपटने के लिए पर्याप्त वेंटिलेटर उपलब्ध करवाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश की फार्मास्यूटिकल इकाइयों में निर्माण शुरू हो गया है और देश व विश्व तक दवाइयों की आपूर्ति की जा रही है.

हिमाचल की फार्मास्यूटिकल इकाइयों में निर्माण शुरू

मुख्यमंत्री जयराम ने बताया कि लगभग 80 प्रतिशत फार्मास्यूटिकल कंपनियां सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग क्षेत्र में हैं इसलिए केंद्र सरकार को रसायन और कच्चे माल की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करनी चाहिए.

राज्य में आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए टास्क फोर्स गठित

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए एक टास्क फोर्स गठित की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में आर्थिक गतिविधियां शुरू करने के लिए प्रयास कर रही है. हिमाचल प्रदेश एक पर्यटन राज्य है और यहां हर वर्ष लाखों देशी व विदेशी पर्यटक आते हैं. कोरोना महामारी ने प्रदेश में पर्यटन उद्योग को पूरी तरह से प्रभावित किया है.

राज्य की आर्थिकी में सेब के उत्पादन के लिए भी रखी ये मांग

इसी प्रकार राज्य की आर्थिकी में सेब के उत्पादन की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने कहा कि सेब उत्पाद की सुचारू आवाजाही सुविधा और गत्ते के डब्बाों की पर्याप्त आपूर्ति को सुनिश्चित बनाने की आवश्यकता है.

प्रदेश में कोरोना के सिर्फ 10 मरीज उपचाराधीन

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 40 व्यक्ति कोरोना पाॅजिटिव हैं, जिनमें से 25 व्यक्ति नेगेटिव पाए जाने के बाद स्वस्थ होकर घर चले गए हैं. इसके अतिरिक्त चार व्यक्ति प्रदेश से बाहर उपचाराधीन हैं और एक व्यक्ति का देहांत हो चुका है. शेष 10 व्यक्ति प्रदेश के अस्पतालों में उपचाराधीन हैं. वहीं, प्रदेश के किसी भी भाग में गत पांच दिनों में कोरोना वायरस का कोई भी मामला सामने नहीं आया है.

लॉकडाउन में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है

सीएम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में 19 मार्च, 2020 को कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था और जिला कांगड़ा में कर्फ्यू लगाया गया था. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे प्रदेश में 24 मार्च को कर्फ्यू लगाया गया. साथ ही आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित बनाई जा रही है, जिससे लोगों को कर्फ्यू के दौरान किसी परेशानी का सामने न आना पड़े.

हिमाचल के ग्रीन जोन में आने वाले क्षेत्रों में गतिविधियां चलाने की स्वीकृति मिलेगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के छह जिले ग्रीन जोन में हैं और इन जिलों में एक भी मामला सामने नहीं आया है. उन्होंने कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत लाॅकडाउन जारी रखने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि राज्यों को आर्थिक गतिविधियां शुरू करने विशेषकर ग्रीन जोन में आने वाले क्षेत्रों में गतिविधियां चलाने की स्वीकृति मिलेगी.

70 लाख लोगों की इन्फ्लुएंजा के लिए 16 हजार कर्मचारियों ने की जांच

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में जांच अनुपात 700 प्रति मिलियन व्यक्ति है, जो देश में सबसे अधिक है. प्रदेश में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान एक विशेष अभियान है, जिसके तहत 70 लाख लोगों की इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी के लिए 16 हजार कर्मचारियों के दल द्वारा जांच की जा चुकी है. इस जांच में आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पैरा मेडिकल स्टाफ और पुलिस कर्मचारी शामिल हैं. सभी इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी से ग्रस्त रोगियों की कोरोना जांच की जा रही है.

पढ़ेंः लॉकडाउन का साइड इफेक्ट: ऑनलाइन क्लास से टेंशन में अभिभावक! बच्चों की आंखों पर पड़ रहा असर

शिमलाः प्रधानमंत्री मोदी ने हिमाचल प्रदेश में एक्टिव केस फाईंडिंग अभियान को प्रभावी रूप से चलाने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के प्रयासों की सराहना की है. साथ ही प्रधानमंत्री ने अन्य राज्यों को भी इस तरह को अभियान चलाने के आदेश दिए हैं.

एक्टिव केस फाईंडिंग अभियान की हुई सराहना

प्रदेश में इस अभियान से प्रदेश के लोगों में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी के लक्ष्णों की स्क्रीनिंग करने में सहायता मिली है. प्रधानमंत्री मोदी सभी राज्यों को कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए हिमाचल प्रदेश की इस पहल का अनुसरण करने का आग्रह किया.

देश के मुख्यमंत्रियों को जनता से आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करवाने के निर्देश

प्रधानमंत्री ने देश के मुख्यमंत्रियों को उनके संबंधित राज्यों के लोगों को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करने को कहा, जिससे कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति को चिन्हित करने में मदद मिलेगी.

वीडियो.

जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री से पर्याप्त वेंटिलेटर उपलब्ध करवाने की रखी मांग

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री से भविष्य में उत्पन्न होनी वाली किसी भी स्थति से निपटने के लिए पर्याप्त वेंटिलेटर उपलब्ध करवाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश की फार्मास्यूटिकल इकाइयों में निर्माण शुरू हो गया है और देश व विश्व तक दवाइयों की आपूर्ति की जा रही है.

हिमाचल की फार्मास्यूटिकल इकाइयों में निर्माण शुरू

मुख्यमंत्री जयराम ने बताया कि लगभग 80 प्रतिशत फार्मास्यूटिकल कंपनियां सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग क्षेत्र में हैं इसलिए केंद्र सरकार को रसायन और कच्चे माल की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करनी चाहिए.

राज्य में आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए टास्क फोर्स गठित

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए एक टास्क फोर्स गठित की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में आर्थिक गतिविधियां शुरू करने के लिए प्रयास कर रही है. हिमाचल प्रदेश एक पर्यटन राज्य है और यहां हर वर्ष लाखों देशी व विदेशी पर्यटक आते हैं. कोरोना महामारी ने प्रदेश में पर्यटन उद्योग को पूरी तरह से प्रभावित किया है.

राज्य की आर्थिकी में सेब के उत्पादन के लिए भी रखी ये मांग

इसी प्रकार राज्य की आर्थिकी में सेब के उत्पादन की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने कहा कि सेब उत्पाद की सुचारू आवाजाही सुविधा और गत्ते के डब्बाों की पर्याप्त आपूर्ति को सुनिश्चित बनाने की आवश्यकता है.

प्रदेश में कोरोना के सिर्फ 10 मरीज उपचाराधीन

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 40 व्यक्ति कोरोना पाॅजिटिव हैं, जिनमें से 25 व्यक्ति नेगेटिव पाए जाने के बाद स्वस्थ होकर घर चले गए हैं. इसके अतिरिक्त चार व्यक्ति प्रदेश से बाहर उपचाराधीन हैं और एक व्यक्ति का देहांत हो चुका है. शेष 10 व्यक्ति प्रदेश के अस्पतालों में उपचाराधीन हैं. वहीं, प्रदेश के किसी भी भाग में गत पांच दिनों में कोरोना वायरस का कोई भी मामला सामने नहीं आया है.

लॉकडाउन में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है

सीएम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में 19 मार्च, 2020 को कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था और जिला कांगड़ा में कर्फ्यू लगाया गया था. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पूरे प्रदेश में 24 मार्च को कर्फ्यू लगाया गया. साथ ही आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित बनाई जा रही है, जिससे लोगों को कर्फ्यू के दौरान किसी परेशानी का सामने न आना पड़े.

हिमाचल के ग्रीन जोन में आने वाले क्षेत्रों में गतिविधियां चलाने की स्वीकृति मिलेगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के छह जिले ग्रीन जोन में हैं और इन जिलों में एक भी मामला सामने नहीं आया है. उन्होंने कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत लाॅकडाउन जारी रखने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि राज्यों को आर्थिक गतिविधियां शुरू करने विशेषकर ग्रीन जोन में आने वाले क्षेत्रों में गतिविधियां चलाने की स्वीकृति मिलेगी.

70 लाख लोगों की इन्फ्लुएंजा के लिए 16 हजार कर्मचारियों ने की जांच

जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में जांच अनुपात 700 प्रति मिलियन व्यक्ति है, जो देश में सबसे अधिक है. प्रदेश में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान एक विशेष अभियान है, जिसके तहत 70 लाख लोगों की इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी के लिए 16 हजार कर्मचारियों के दल द्वारा जांच की जा चुकी है. इस जांच में आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पैरा मेडिकल स्टाफ और पुलिस कर्मचारी शामिल हैं. सभी इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी से ग्रस्त रोगियों की कोरोना जांच की जा रही है.

पढ़ेंः लॉकडाउन का साइड इफेक्ट: ऑनलाइन क्लास से टेंशन में अभिभावक! बच्चों की आंखों पर पड़ रहा असर

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