ठियोग: हिमाचल प्रदेश में जहां भारी बारिश के बीच प्राकृतिक आपदा के चलते लोग परेशान हैं. वहीं, किसान-बागवान भी अपनी फसलों को मंडियों तक पहुंचाने के लिए सड़कों के खुलने का इंतजार कर रहे हैं. किसान-बागवान लगातार सरकार और प्रशासन से बंद हुई सड़कों को जल्द से जल्द बहाल करने की गुहार लगा रहे हैं. गौरतलब है कि 2 दिन पहले शिमला जिले में नाले में सेब बहाने को लेकर बवाल खड़ा हो गया था. कोटखाई से भाजपा नेता चेतन बरागटा ने इसे सरकार की नाकामी करार दिया.
सड़क किनारे बिखरी मटर: वहीं, अब ताजा मामले में ठियोग के तहत नेशनल हाईवे-5 पर सड़क किनारे हरे मटर की बोरियां फेंकी गई हैं. हालांकि सड़क किनारे बिखरी हुई ये मटर की बोरियां कहां से आई हैं और किसके द्वारा फेंकी गई हैं, इस बारे में अभी तक कोई भी पुष्टि नहीं हुई है. वहीं, सड़क किनारे पड़ी मटर की इन बोरियोंं के चलते, एक बार फिर से प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े हो गए हैं.
सड़कें बंद होने से किसान-बागवान परेशान: जानकारी के मुताबिक सड़कों के अवरुद्ध होने के चलते किसान बागवान अपनी फसलों को सही समय पर मंडियों में नहीं पहुंचा पा रहे हैं. बताया जा रहा है कि इसी के कारण मटर की यह फसल भी मंडी पहुंचने से पहले ही गाड़ी में सड़ चुकी थी. जिस वजह से किसी अज्ञात किसान द्वारा सड़ चुके मटर की बोरियों को हाईवे किनारे फेंक दिया गया है. जिसके चलते एक बार फिर भाजपा ने इस मामले में प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.
कांग्रेस सरकार पर BJP ने साधा निशाना: ठियोग से भाजपा नेता और प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी सदस्य अजय श्याम ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश सरकार में आपसी तालमेल की कमी है. जिसके चलते किसानों-बागवानों की ये स्थिति हो रही है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, पीडब्ल्यूडी मंत्री पर टिप्पणी करते हैं और सरकार के मंत्री एक-दूसरे पर टिका टिप्पणी कर रहे हैं. जिसके कारण किसानों-बागवानों को परेशानी हो रही है. ठियोग विधायक कुलदीप सिंह राठौर मुख्यमंत्री से मिलने के बजाय राज्यपाल से मिल रहे हैं, जो की विपक्ष का काम है. इन सबके बीच किसानों-बागवानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, जो की कांग्रेस सरकार को नजर नहीं आ रहा है.
'सड़कें बहाली में लगी सरकार': वहीं, ठियोग ब्लॉक कांग्रेस के महासचिव सजंय शर्मा ने कहा कि सरकार पूरे प्रयास कर रही है कि सड़कें जल्द बहाल की जाएं. जो मटर की बोरियां ठियोग में सड़क किनारे फेंकी गई हैं, वो किन्रौर या स्पीति से आई होगीं. सड़कें अवरुद्ध होने के चलते मंडी नहीं पहुंचा पाई और किसानों द्वारा सड़क किनारे फेंक दी गई. जो की बेहद दुखद है. उन्होंने कहा कि सड़कें जल्द दुरुस्त हो इस पर ध्यान देने की जरूरत है और सरकार इस दिशा में काम कर रही है.
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