शिमला: कोरोना वायरस की वजह से बंद पड़े शैक्षणिक संस्थानों को दोबारा खोलने को लेकर अभिभावक अब अपनी राय देंगे. अभिभावकों की राय पर ही यह निर्भर करेगा कि स्कूल कब और कैसे खोले जायेंगे.
इसे लेकर प्रदेश शिक्षा निदेशालय की ओर से भी अभिभावकों को अपनी राय देने के लिए कहा गया है. अभिभावकों से पूछा गया है कि दोबारा स्कूल खोलने को लेकर उनकी क्या राय है और स्कूलों को कब और किस आधार पर खोला जाना चाहिए.
अभिभावक अपने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए जो भी राय देंगे उसी के आधार पर यह फैसला लिया जाएगा कि शैक्षणिक संस्थानों को कब और किस तरह से खोला जाएगा. शिक्षा विभाग की ओर से अभिभावकों की यह राय केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के आदेशों के अनुसार मांगी गई है.
मंत्रालय ने संस्थानों को दोबारा खोलने को लेकर अभिभावकों की राय को अहम माना है. ऐसे में अभिभावक जिस तरह की सहमति अपनी फीडबैक के माध्यम से जतायेंगे उसी के आधार पर आगामी समय में यह फैसला लिया जाएगा कि शैक्षणिक संस्थानों को कब खोला जाएगा. अभिभावक अगस्त, सितंबर और अक्टूबर माह में स्कूलों के दोबारा खोलने के पक्ष में है या नहीं इसे लेकर भी वह अपना फीडबैक देंगे.
वहीं अगर स्कूलों को दोबारा खोला जाता है तो ऐसे में अभिभावक स्कूलों से क्या अपेक्षा रखते हैं, किस तरह के प्रबंध स्कूलों में उनके बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए किए जाने चाहिए इसे लेकर भी अभिभावक अपना फीडबैक देंगे.
एमएचआरडी की ओर से शिक्षा विभाग को प्राप्त हुए आदेशों के बाद उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. प्रमोद चौहान ने सभी जिला उप निदेशकों को इस बाबत अधिसूचना जारी की है.
अभिभावकों से ई-मेल आईडी के माध्यम से अपने सुझाव विभाग को भेजने के लिए कहा गया है. जैसे ही शिक्षा विभाग के पास अभिभावकों के यह सुझाव आएंगे उसके बाद इसकी रिपोर्ट केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजी जाएगी जिसके आधार पर यह फैसला लिया जाएगा कि कोविड की वजह से बंद किए गए स्कूलों को दोबारा कब और किस प्रक्रिया के साथ खोला जाना सही है.
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