शिमला: बंजार बस हादसे के बाद भी प्रशासन बसों में ओवरलोडिंग रोकने के झूठे ढकोसले कर रहा है. लाख दावे किये जा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है. शिमला के ठियोग में मंगलवार को बसों में ओवरलोडिंग का नजारा पेश आया. वहीं, ड्राइवर्स और कंडक्टर्स ने यूनिफॉर्म भी नहीं पहनी थी. बसों में आलुओं की तरह सवारियों को ठूसने का काम लगातार जारी है.
बसों में ओवरलोडिंग को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा मचाया जा रहा हल्ला जनता की आंखों में धूल झोंकने मात्र है. प्रदेश की सत्ता में कोई भी सरकार काबिज हो ओवरलोडिंग पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला सरकारी और निजी बसों के ड्राइवर्स और कंडक्टर्स इसी तरह नियमों की धज्जियां उड़ाते रहेंगे.